दल-बदल के सफर में शिवसेना से कांग्रेस तक पहुंचे सहरावत
आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में देविंदर सिंह सहरावत कांग्रेस के टिकट पर बिजवासन सीट से चुनाव लड़ेंगे. इस सीट से देविंदर सिंह की आप के सुरेंदर भारद्वाज से सीधी टक्कर होगी.
Delhi Assembly Election: आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक कर्नल देविंदर सिंह सहरावत दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिजवासन सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. दिसंबर 2024 में देविंदर सिंह कांग्रेस में शामिल हो गये थे. सहरावत पहले भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना से भी जुड़े थे. बिजवासन सीट पर सहरावत की आप के सुरेंदर भारद्वाज से टक्कर होगी.
कौन हैं देविंदर सिंह सहरावत?
सहरावत का जन्म दिल्ली के महिपालपुर इलाके में हुआ. सहरावत ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से विज्ञान स्नातक (बीएससी) और मद्रास विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातकोत्तर (एमएससी) की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद से स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया.
दो दशक तक भारतीय सेना में दी सेवा
सहरावत ने दो दशक तक भारतीय सेना में सेवा दी. फिर इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के बाद आम आदमी पार्टी के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. साल 2013 में आप ने बिजवासन सीट से देविंदर सहरावत को चुनावी मैदान में उतारा, लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार सत प्रकाश राणा से हार गये. सहरावत ने 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के रमेश बिधूड़ी के खिलाफ दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन फिर से उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
2015 में देविंदर सिंह की जीत
2015 में देविंदर सिंह ने बिजवासन सीट से दोबारा चुनाव लड़ा और भाजपा नेता सत प्रकाश राणा को 19000 से अधिक मतों से हराया. उस दौरान दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर कब्जा किया था. 2016 में उन्हें अनुशासन समिति द्वारा आप की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था. पार्टी की यह कार्रवाई उस समय हुई जब देविंदर सहरावत और पार्टी के एक अन्य विधायक ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में हटाने की मांग करने वाले पत्र पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया.
साल 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले देविंदर सिंह भाजपा में शामिल हो गए. उन्हें तत्कालीन दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने दल-बदल के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया था. उन्होंने आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, लेकिन शीर्ष अदालत ने आसन्न अयोग्यता कार्यवाही पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. साल 2023 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने पार्टी में शामिल होने के बाद देविंदर सहरावत को अपना प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। दिसंबर 2024 में सहरावत फिर कांग्रेस में शामिल हो गये और अब आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में बिजवासन सीट से चुनाव लड़ेंगे.