Delhi Dharm Sansad: 'जो हमें काटना चाहते हैं, हम उनको....' धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने ललकारा
Delhi Dharma Sansad: दिल्ली में हो रही धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने भड़काऊ बयान दिया है. उन्होंने बगैर किसी धर्म का नाम लिए कहा कि 'जो हमें काटना चाहते हैं, हम उन्हें देख लेंगे.'
Delhi Dharma Sansad: पूर्वी दिल्ली के पांचवे पुश्ता पर आज धर्म संसद का विशाल आयोजन किया गया है, जिसमें कथावाचक देवकी नंदर ठाकुर ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जो हमें काटेंगे हम उनको देख लेगें. इस संसंद की प्रमुख वजह सनातन बोर्ड की मांग है.
दरअसल, कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने दिल्ली में शनिवार को धर्म संसद बुलाई है, जिसका तमाम धर्माचार्यों ने समर्थन किया है. इस संसंद की प्रमुख वजह वक्फ बोर्ड की तरह ही सनातन बोर्ड के गठन के लिए आवाज उठाना है. देवकी नंदन ठाकुर का कहना है कि अब भारत में सनातन बोर्ड की जरूरत है. देवकी नंदन ठाकुर इसके पहले दिल्ली और जून महीने में ऋषिकेश में धर्म संसद का आयोजन कर चुके हैं.
सनातन धर्म संसद के पंडाल में हजारों की संख्या में लोग जुटे हैं. पूरा पंडाल जय श्री राम के नारों से गूंज रहा है. पंडाल में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज, महामंडलेश्वर नवल किशोर महाराज, श्री रामजन्म भूमि ट्रस्ट, अयोध्या के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज, चक्रपाणि महाराज, अहिंसा विश्व भारती और विश्व शांति केंद्र के संस्थापक जैन आचार्य श्रीलोकेश मुनि, इंद्रेश उपाध्याय सहित सैकड़ों संतों का जमावड़ा है.
महाप्रसादम में चर्बी का मुद्दा
दिल्ली में हुई धर्म संसद में प्रसाद में जानवरों की चर्बी का भी मुद्धा उठा. देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि हाल ही कुछ मंदिरों के प्रसाद में चर्बी का मामला सामने आया है. ऐसे में अब भारत के भीतर सनातन आयोग का बनना जरूरी हो गया है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो, इसलिए हम सनातन बोर्ड की मांग कर रहे हैं.
सरकारी अधिकारियों धर्म का नहीं है ज्ञान- देवकी नंदन
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा सरकारी अधिकारियों को पूजा विधि का कोई ज्ञान नहीं है. उन्हें मंदिर और धर्म का क, ख, ग, घ भी नहीं आता. ऐसे में सरकारी अधिकारियों की देखरेख में मंदिरों की सुरक्षा नहीं हो सकती है.