Diwali Crackers Controversy: दिवाली का पर्व आते ही पटाखों पर बहस एक बार फिर गर्म हो गई है. एक ओर पर्यावरण और स्वास्थ्य सुरक्षा की बात की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पारंपरिक रूप से दिवाली के साथ जुड़े पटाखों को लेकर समाज में अलग-अलग विचार सामने आ रहे हैं. खासकर धार्मिक और सामुदायिक दृष्टिकोण से भी इस बहस ने नया मोड़ ले लिया है. हाल ही में तौकीर रजा ने एक बयान दिया था जिसपर अब धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब दिया है.

तौकीर रजा का बयान: हाल ही में इस मुद्दे पर तौकीर रजा ने बयान दिया, जिसमें उन्होंने पटाखों से होने वाले नुकसान की बात कही. उनका कहना है कि पटाखों से पर्यावरण को हानि होती है और इससे शांति एवं स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. उनके इस बयान ने समाज में नई चर्चा को जन्म दिया है.

धीरेंद्र शास्त्री का जवाब: तौकीर रजा के बयान पर धीरेंद्र शास्त्री ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिवाली एक धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है, जिसे मनाने के अपने तरीके हैं. उन्होंने कहा कि हर त्योहार की अपनी विशेषता होती है और इसे उसी रूप में मनाया जाना चाहिए. उनके अनुसार, भारतीय परंपराओं और संस्कृति को बचाए रखना जरूरी है, चाहे इसके लिए कुछ रिवाजों का पालन करना पड़े.