क्या दौसा में चूहे कुतर गए दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे?
Delhi-Mumbai Expressway: राजस्थान के दौसा जिले के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक बड़ा हादसा होने से बच गया. यहां सड़क धंसने के कारण एक बड़ा गड्ढा बन गया था, जिससे कोई भी बड़ा दुर्घटना हो सकता था. हालांकि, इस गड्ढे को ठीक करने का काम शुरू हो चुका है और इसे घेर दिया गया है. बताया जा रहा है गड्ढा चूहों के द्वारा किए होल के कारण हुआ है.
Delhi-Mumbai Expressway: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे इन दिनों लगातार खबरों में बना हुआ है. कुछ दिनों पहले ही इस सड़क का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें गाड़ियां सड़क पर बने गड्ढों के कारण हवा में उछलती दिख रही थीं. अब फिर से दौसा क्षेत्र में भांडारेज टोल के पास एक और गड्ढा बन गया है. यह गड्ढा चैंबर नंबर 182.3 के पास हुआ, जहां भारी वाहनों के कारण सड़क धंस गई थी. हालांकि, विभाग ने अब गड्ढा भर दिया है. बताया जा रहा है ये गड्ढा चूहों के बनाए बिल के कारण हुआ है.
भांडारेज टोल के पास बने इस गड्ढे को ठीक करने का काम तुरंत शुरू कर दिया गया. प्रोजेक्ट डायरेक्टर बलबीर यादव ने जानकारी दी कि बारिश के कारण सड़क धंस गई और एक 10 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया. जैसे ही इस गड्ढे की सूचना मिली, तत्काल बैरिकेडिंग कर उसे सुरक्षित किया गया. ठेकेदार ने गड्ढे की मरम्मत कर दी और अब सड़क की नियमित मरम्मत जारी है.
चूहों ने कुतरी सड़क
अब चर्चा ये चल रही है कि सड़क चूहों ने कुतर दी है. इस कारण सड़क के नीचे गड्ढा हो गया था. जब बारिश हुई तो वो धंस गया. हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है.
बना रहता है खतरा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर गाड़ियां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती हैं. ऐसे में गड्ढे के कारण वाहनों का संतुलन बिगड़ सकता है और दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है. कुछ समय पहले भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें गाड़ियां सड़क पर बने गड्ढों के कारण हवा में उछल रही थीं. इसके बाद एनएचएआई ने कार्रवाई की थी.
एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता पर सवाल
इस एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. दौसा के भांडारेज टोल के पास अचानक सड़क धंसने की घटना के बाद, एनएचएआई के डिजाइन विभाग के इंजीनियर दिल्ली से दौसा पहुंचे हैं और पूरे क्षेत्र की जांच कर रहे हैं. इस गड्ढे को जल्द ठीक कर यातायात के लिए फिर से खोलने की योजना है.
बड़े हादसे से बचाव
इस गहरे गड्ढे के कारण बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन समय रहते इसकी जानकारी मिल गई और इसे ठीक कर लिया गया. एक्सप्रेसवे पर इतनी तेज गति से चलने वाले वाहनों के लिए यह गड्ढा बेहद खतरनाक साबित हो सकता था.
अलवर-दौसा क्षेत्र में सबसे अधिक हादसे
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सबसे अधिक हादसे अलवर और दौसा क्षेत्रों में होते हैं. कई बड़े हादसों के बाद भी एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. एनएचएआई के अधिकारी केवल लीपापोती करने में लगे रहते हैं और सड़क की मरम्मत का काम अधूरा रहता है.