DK Shivakumar: लगातार आठवीं बार जीत दर्ज की, सीएम बनने के है प्रबल दावेदार, जानें कितने पढ़े-लिखे हैं डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने सीएम बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने जेडीएस के केबी नागराजू को एक लाख से ज्यादा मतों से हराकर विधानसभा चुनाव में लगातार आठवीं जीत दर्ज की है।
हाइलाइट
- डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय के कद्दावर नेताओं में एक है। वे 1989 से अब तक एक भी विधानसभा चुनाव नहीं हारे है।
कर्नाटक चुनाव में पूरी ताकत झोंक देने वाले डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का पूरे चुनाव में शानदार प्रदर्शन रहा है। उन्होंने कनकपुरा सीट से भारी मतों से जीत दर्ज की है। डीके शिवकुमार ने जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के केबी नागराजू को 1 लाख 22 हजार 392 वोटों हराया है।
कर्नाटक में जीत के बाद से ही कांग्रेस पार्टी जश्न के माहौल में है और सरकार के गठन में जुट गई है। इस बीच पार्टी के लिए मुख्यमंत्री का चयन करना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। राज्य के मुख्यमंत्री की रेस में पूर्व सीएम सिद्दारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार शामिल है।
लगातार आठवीं बार जीत दर्ज की
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और वोक्कालिगा समुदाय के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार ने विधानसभा चुनाव में लगातार आठवीं बार जीत हासिल की है। वे 1989 के बाद से विधानसभा का एक भी चुनाव नहीं हारे है। इस बार भी डीके शिवकुमार ने अपनी जीत को बरकरार रखा है। परिसीमन के बाद से कनकपुरा सीट पर शिवकुमार की यह लगातार चौथी जीत है। इससे पहले वे सथानूर सीट से चार बार विधायक चुने गए है।
कितने पढ़े-लिखे है डीके शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। इसके साथ ही वे एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। डीके शिवकुमार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान देखा गया था। लगातार आठवीं बार विधायक चुने जाने वाले डीके शिवकुमार राज्य के मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे है।
कर्नाटक कांग्रेस के सबसे अमीर नेता
डीके शिवकुमार कर्नाटक कांग्रेस के सबसे अमीर नेता हैं। जानकारी के मुताबिक, शिवकुमार के पास 840 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है। कांग्रेस के लिए वे संकटमोचन बनकर खड़े रहते है और पार्टी फंड के लिए भी वह सबसे आगे रहते है। हालांकि, डीके शिवकुमार सीबीआई, ईडी की जांच के दायरे में भी है। चुनाव से पहले शिवकुमार 104 दिन जेल में रहे है। फिलहाल, जमानत पर बाहर हैं।