Draupadi Murmu Birthday: आज देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का 65वां जन्मदिन है। राष्ट्रपति मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं। 20 जून, 1958 को उनका जन्म प्रदेश में हुआ था। उन्होंने आदिवासी समुदाय के लिए मिसाल कायम की है। 25 जुलाई 2022 को द्रौपदी मुर्मू ने देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।
द्रौपदी मुर्मू का ओडिशा से निकलकर दिल्ली में रायसीना हिल तक का उन्होंने लोकतंत्र की छवि को गढ़ा है। लेकिन उनके जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आते रहे। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। आज हम आपको राष्ट्रपति मुर्मू के जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातों की जानकारी देंगे।
राष्ट्रपति मुर्मू अबतक के सभी राष्ट्रपतियों के अलग हैं। यह राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों का कहना है। उनके राष्ट्रपति बनने के बाद पहली दिवाली के मौके पर राष्ट्रपति मुर्मू खुद राष्ट्रपति भवन की रसोई में जाकर तैयारियों का जायजा ले रही थीं। वो सभी के हित और समानता की बात करती हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने हिंदी से बहुत प्रेम है।
द्रौपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति बनने से पहले वो 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल थीं। उन्होंने 2000 से 2009 तक ओडिशा विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा राष्ट्रपति मुर्मू 2000 से 2004 तक ओडिशा सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुकी हैं।
जिंदगी में सफलता से पहले लोगों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। ऐसा ही सफर द्रौपदी मुर्मू का भी रहा। शादी के बाद जब वो अपने ससुराल गई तो वहां उनका घर कच्चा बना हुआ था। जोकि कच्ची दीवारें और फूंस के छप्पर से बना हुआ था। उन्होंने चार साल में अपने परिवार के तीन सदस्यों को खो दिया। इन चार सालों में द्रौपदी मुर्मू के दो बेटे और उनके पति की मौत हो गई थी। First Updated : Tuesday, 20 June 2023