Udhayanidhi Stalin: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने एक बार फिर से सनातन विवाद को हवा दे दी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन बॉलीवुड से कुछ लोगों को आमंत्रित किया गया था. मुर्मू को इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि वो एक आदिवासी समुदाय से हैं और एक विधवा हैं. इसी को हम सनातन धर्म कहते हैं.
उदयनिधि ने सनातन धर्म पर फिर दिया बयान
नए संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल नहीं हुई थीं, इसको लेकर उदयनिधि स्टालिन ने सवाल उठाया है. स्टालिन ने एक बार फिर से सनातन पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन बॉलीवुड से कुछ लोगों को आमंत्रित किया गया था. मुर्मू को इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि वो एक आदिवासी समुदाय से हैं और एक विधवा हैं. इसी को हम सनातन धर्म कहते हैं.'
द्रौपदी मुर्मू विधवा हैं इसलिए उनको नहीं बुलाया गया- स्टालिन
स्टालिन ने द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिए बयान में कहा कि 'उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन में आमंत्रित नहीं किया गया क्योंकि वह आदिवासी हैं. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 'उनकी सनातन जैसी डेंगू, मलेरिया वाली टिप्पणी जाति-आधारित समाज के खिलाफ थी, न कि हिंदू धर्म के खिलाफ.'
राहुल गांधी ने भी उठाया था सवाल
राहुल गांधी ने भी 'महिला आरक्षण विधेयक' पर बोलते हुए नए संसद भवन में द्रौपदी मुर्मू की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाया. 'यह काफी अच्छी इमारत है, लेकिन सच कहूं तो, मुझे इस प्रक्रिया में भारत के राष्ट्रपति को देखना अच्छा लगता. भारत की राष्ट्रपति एक महिला हैं, वह आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करती हैं और एक सदन से दूसरे सदन में इस स्थानांतरण में उनका दिखना अच्छा लगता.'
सनातन की तुलना डेंगू, मलेरिया से
सनातन धर्म और डेंगू, मलेरिया के बीच उनकी समानता के बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया. विपक्षी इंडिया गुट ने खुद को सनातन विवाद से दूर कर लिया और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने डीएमके सदस्यों को विवाद से दूर रहने के लिए कहा था. First Updated : Thursday, 21 September 2023