DRDO: कर्नाटक में क्रैश हुआ डीआरडीओ का तपस ड्रोन, ट्रायल उड़ान के दौरान हुई हादसा 

DRDO: पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकि पर आधारित इस तपस यूएवी ड्रोन का निर्माण डीआरडीओ ने किया है. इसे इस साल के बेंगलुरु में एयरो इंडिाय शो के दौरान इसे प्रदर्शित भी किया गया था. इस ड्रोन का पीएम मोदी ने काफी तारीफ चुके हैं.

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DRDO: ट्रायल उड़ान के दौरान डीआरडीओ द्वारा किया गया एक तपस ड्रोन क्रैश हो गया है. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) के अनमैन्ड एरियल व्हीकल यानी कि यूएवी का ट्रायल किया जा रहा था. लेकिन तकनीकी खराबी के कारण यह रविवार सुबह कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले के एक गांव में खेतों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. 

ट्रायल उड़ान के दौरान हुई घटना

रक्षा अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि डीआरडीओ का एक तपस ड्रोन एक ट्रायल फ्लाइट के दौरान क्रैश हो गया. डीआरडीओ ने रक्षा मंत्रालय को इसके बारे में जानकारी दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है. वहीं ड्रोन के क्रैश होने की खबर लगते ही दुर्घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. 

बता दें कि तपस ड्रोन 'मीडिया एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्युरेंस' (MALE) कैटेगरी का है. सेना में खुफिया जानकारी इकट्ठा करने, सर्विलांस की क्षमता बेहतर करने के मकसद से तपस को बेहद अहम माना जा रह है. इनके साथ ही भारत ने अमेरिका के 31 एमक्यू 9बी प्रीडेटर ड्रोन्स की भी तीन अरब डॉलर की डील की थी. तपस को चित्रदुर्ग की एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में ट्रायल किया जा रहा है. वहीं रविवार को एक ड्रोन क्रैश हो गया.

पूर्ण रूप से स्वदेशी है तपस

पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकि पर आधारित इस तपस यूएवी ड्रोन का निर्माण डीआरडीओ ने किया है. इसे इस साल के बेंगलुरु में एयरो इंडिाय शो के दौरान इसे प्रदर्शित भी किया गया था. इस ड्रोन का पीएम मोदी ने काफी तारीफ चुके हैं. भारतीय टेक्नालॉजी पर आधारित तपस मेल कटेगरी का ड्रोन माना जाता है.  First Updated : Sunday, 20 August 2023

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