अंडमान-निकोबार पुलिस ने जलाकर नष्ट की 36 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स, प्रदूषण से बचने के लिए उठाया खास कदम

अंडमान-निकोबार पुलिस ने 36,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स को नष्ट कर दिया, लेकिन इसे खुले में जलाने के बजाय चिता की आग में जलाया गया, ताकि प्रदूषण से बचा जा सके। इस ड्रग्स की खेप इतनी खतरनाक थी कि इसे सावधानी से नष्ट किया गया। जानिए इस ऑपरेशन के बारे में और कैसे यह भारत के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए किया गया।

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The Dangerous Process of Destruction: अंडमान-निकोबार में पुलिस ने हाल ही में 36 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की है। यह ड्रग्स इतनी खतरनाक थी कि इसे खुले में जलाने की बजाय चिता की आग में जलाने का निर्णय लिया गया। अगर इसे खुले में जलाया जाता तो प्रदूषण का खतरा बढ़ सकता था और इससे गंभीर पर्यावरणीय समस्याएं हो सकती थीं।

डीजीपी एचजीएस धालीवाल की निगरानी में नष्ट की गई ड्रग्स

यह कार्रवाई पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों के तहत की। ड्रग्स को नष्ट करते वक्त प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधियों की निगरानी भी की गई। इस प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई ताकि सभी चरणों को प्रमाणित किया जा सके।

6000 किलोग्राम मेथमफेटामाइन हुई थी बरामद

दिसंबर 2024 में पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के दौरान लगभग 6000 किलोग्राम मेथमफेटामाइन बरामद किया था। इस ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 36 हजार करोड़ रुपये बताई गई है। पुलिस ने इस ऑपरेशन में छह विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो ड्रग्स को प्लास्टिक के 222 बैग्स में भरकर लाए थे।

नेवी और तटरक्षक बल ने किया था मदद

यह ऑपरेशन भारतीय तटरक्षक बल और नेवी के सहयोग से सफल हुआ। एक नेवी विमान ने बैरन द्वीप के पास संदिग्ध मछली पकड़ने वाले जहाज का पता लगाया, जिससे ड्रग्स का ट्रैक मिल सका। पुलिस ने इस अभियान के बाद सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

ड्रग्स के नष्ट होने से प्रदूषण पर नियंत्रण

इस ड्रग्स के नष्ट करने की प्रक्रिया से जहां एक ओर एक बड़ी नशीली सामग्री को समाप्त किया गया, वहीं पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को भी न्यूनतम रखा गया। पुलिस ने सावधानीपूर्वक कदम उठाते हुए सुनिश्चित किया कि प्रदूषण का स्तर नियंत्रित रहे। इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हुआ कि अंडमान-निकोबार पुलिस की तत्परता और सतर्कता ने न सिर्फ एक बड़ी ड्रग्स तस्करी को रोकने में मदद की, बल्कि प्रदूषण से भी बचाव किया। यह कदम देश में ड्रग्स के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में माना जा रहा है। First Updated : Saturday, 11 January 2025