ED ने चीनी ऑनलाइन गेमिंग ऐप के संबंध में किया बड़ा भंडाफोड़, 400 करोड़ की हुई धोखाधड़ी
Fiewin App Scam: ईडी ने चीनी ऑनलाइन गेमिंग ऐप, फिविन को लेकर बड़ा पर्दाफाश किया है. साथ ही चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. इस ऐप को शुरू में यूजर्स के लिए गेम के ज़रिए पैसे कमाने के एक वैध प्लेटफ़ॉर्म के रूप में पेश किया गया था. इस बीच ईडी ने जब इस स्कैम की जांच की तो पता चला कि इस अवैध सट्टेबाजी ऐप के जरिए फिएविन ने 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है.
Fiewin App Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चीनी ऑनलाइन गेमिंग ऐप, फिविन के संबंध में बड़ा भंडाफोड़ किया है. इसी के साथ ईडी ने चार व्यक्तियों की पहचान की है और उन्हें गिरफ्तार किया है. इस ऐप को शुरू में यूजर्स के लिए गेम के ज़रिए पैसे कमाने के एक वैध प्लेटफ़ॉर्म के रूप में पेश किया गया था, लेकिन अब यह उपयोगकर्ताओं से 400 करोड़ रुपये से ज़्यादा की धोखाधड़ी करने में अपनी भूमिका के लिए जांच के दायरे में है. इस धोखाधड़ी को वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंज से जुड़े डिजिटल वॉलेट का उपयोग कर अंजाम दिया गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो प्लेटफॉर्म बिनेंस ने दावा किया कि इसकी वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) ने महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी प्रदान की जिससे ईडी को फंड का पता लगाने और धोखाधड़ी नेटवर्क को उजागर करने में मदद मिली.
इस तरह दिया धोखाधड़ी को अंजाम
द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईडी की जांच में यह भी पता चला कि प्लेटफॉर्म चीनी नागरिकों ने कथित तौर पर अपने भारतीय साथियों की मदद से अवैध सट्टेबाजी/गेमिंग ऐप के माध्यम से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया. इस बीच बिनेंस ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि फिएविन ऐप ने यूजर्स को मिनी-गेम खेलकर आसानी से पैसे कमाने का मौका देकर लोकप्रियता हासिल की. ऐप ने नए उपयोगकर्ताओं को जल्दी से एक खाता बनाने और ऐप की गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति दी, जिसमें विभिन्न भुगतान विधियों के माध्यम से अपने इन-ऐप बैलेंस को "टॉप अप" करने का ऑप्शन था.
400 करोड़ रुपये का हुआ स्कैम
ईडी ने जब इस स्कैम की जांच की तो पता चला कि इस अवैध सट्टेबाजी ऐप के जरिए फिएविन ने 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. यूजर्स द्वारा उनके अकाउंट में जमा किए गए पैसे को अलग-अलग क्रिप्टो करेंसी में कन्वर्ट करके दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. इसके बाद अलग-अलग राज्यों से पुलिस को फिएविन ऐप के खिलाफ शिकायत मिलने लगी.
पुलिस के पास शिकायतों का भंडार लग तो इसकी जांच ईडी को सौंप दी गई. अपनी जांच के माध्यम से, ईडी ने पाया कि ऐप एक सीमा पार आपराधिक नेटवर्क का हिस्सा था, जिसने मल्स अकाउंट और क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के बैंक खातों का उपयोग करके अवैध धन का इस्तेमाल किया.