एकनाथ शिंदे को आया PM Modi का कॉल और बदल गई पूरी कहानी, जानिए कैसे खत्म हुआ महाराष्ट्र में CM पर सस्पेंस

महाराष्ट्र में चार दिन से मुख्यमंत्री के नाम पर चल रहा सस्पेंस बुधवार को खत्म हो गया. सूबे में अगला सीएम बीजेपी का होगा, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित गुट) को एक-एक डिप्टी सीएम का पद दिया जाएगा. बीजेपी हाईकमान ने देवेंद्र फड़णवीस दो सरकार गठन पर चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया है.

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पिछले चार दिनों से महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के नाम पर चल रहा सस्पेंस बुधवार को खत्म हो गया. निवर्तमान सीएम एकनाथ शिंदे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अगला मुख्यमंत्री बीजेपी से होगा. सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र में दो उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं.इसमें शिवसेना गुट और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एक-एक उप मुख्यमंत्री देगी. इस बीच बीजेपी हाईकमान ने देवेंद्र फड़णवीस को दिल्ली तलब किया है. एनसीपी और शिवसेना के नेता भी दिल्ली में बीजेपी के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.

शिंदे को आया पीएम मोदी का फोन
दरअसल, पिछले कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. एकनाथ शिंदे ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया था.मैंने पीएम मोदी से साफ कर दिया कि मेरी वजह से महाराष्ट्र में सरकार बनाने में कोई दिक्कत नहीं होगी.मैं पीएम मोदी-अमित शाह के फैसले का सम्मान करूंगा.'  

हालांकि नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा अभी तक नहीं की गई है, लेकिन संभावना यह है कि भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस इस पद पर होंगे, जो 2014 से 2019 तक इस पद पर रहे और 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद नवंबर में कुछ दिनों के लिए फिर से इस पद पर रहे, जब अजित पवार ने पहली बार बगावत की थी.

आपको बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव में महायुति को 235 सीटों पर जीत मिली है, इनमें 132 सीटें अकेले बीजेपी के खाते में आई हैं. बीजेपी ने महाराष्ट्र में 152 सीटों पर चुनाव लड़ा था. महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी का यह सबसे अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन है. इसके साथ ही बीजेपी को पांच निर्दलीय विधायकों ने भी समर्थन दे दिया है. बीजेपी की टैली बढ़कर 137 हो गई है. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों का जादुई बहुमत चाहिए. निर्दलियों के समर्थन के बाद बीजेपी इससे महज 8 वोट दूर है. 


कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं बीजेपी
ऐसे में बीजेपी कॉम्प्रोमाइज करने के मूड में नहीं है, लेकिन नतीजे के बाद से लगातार तीन दिन वह अपने लोगों की ओर से अपनी दावेदारी आगे करते रहे.यहां तक कि उन्होंने ये भी कहलवाया कि अगर उनको मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो आने वाले बीएमसी चुनाव का नतीजा भाजपा के लिए नकारात्मक जो जाएगा और महायुति हार जाएगी. First Updated : Wednesday, 27 November 2024