भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) आज यानी मंगलवार दोपहर 2 बजे आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा, जिससे सत्तारूढ़ आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच भीषण चुनावी लड़ाई का मंच तैयार हो जाएगा. जानकारी के मुताबिक, फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक ही चरण में 70 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होने की संभावना है.
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आप लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है, जबकि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में सत्ता हथियाने की कोशिश में है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर की तैयारी कर रही है और उसे उम्मीद है कि वह आश्चर्यजनक जीत हासिल कर लेगी.
चुनावों की घोषणा के साथ ही दिल्ली में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) इस बार भी हैट्रिक लगाने की कोशिश में है. 2015 और 2020 में आप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रमश: 67 और 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, बीजेपी पिछले दो चुनावों में 10 सीटें भी नहीं जीत पाई थी.
आपको बता दें कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है. पिछली बार 2020 में 6 जनवरी को चुनावों की घोषणा हुई थी. तब 8 फरवरी को मतदान हुआ था और 11 फरवरी को वोटों की गिनती की गई थी.
दिल्ली में इस बार मुकाबला त्रिकोणीय है. आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस अपनी ताकत आजमा रही हैं. हालांकि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आप ने साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
अरविंद केजरीवाल (आप): नई दिल्ली सीट से मैदान में हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के संदीप दीक्षित और बीजेपी के प्रवेश वर्मा से है. वहीं मुख्यमंत्री आतिशी (आप) कालकाजी सीट से चुनाव लड़ेंगी. उनके खिलाफ कांग्रेस की अलका लांबा और बीजेपी के रमेश बिधूड़ी मैदान में हैं.
दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं. इनमें से 2.08 लाख युवा 18-19 साल की उम्र के हैं, जो पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. अब देखना यह है कि दिल्ली के इस चुनावी रण में कौन सी पार्टी जीत का परचम लहराएगी. First Updated : Tuesday, 07 January 2025