"मैं ठीक हूं मां, तुम समय से खाना खा लेना", सिल्कयारा टनल में फंसे मजदूर का मां के नाम भावनात्मक संदेश

Silkyara Tunnel Collapse: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को थोड़ी राहत मिली, क्योंकि कुछ श्रमिकों ने 10 दिनों तक सुरंग में फंसे रहने के बाद पहली बार अपने रिश्तेदारों से बात की.

Manoj Aarya
Manoj Aarya

Silkyara Tunnel Collapse: उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को थोड़ी राहत मिली, क्योंकि कुछ श्रमिकों ने 10 दिनों तक सुरंग में फंसे रहने के बाद पहली बार अपने रिश्तेदारों से बात की. दरअसल, सिल्कयारा सुरंग ढहने के चल रहे मामले में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बचाव दल के अधिकारियों ने मंगलवार, (21 नवंबर) की सुबह 6 इंच की पाइपलाइन के जरिए टनल में फंसे हुए श्रमिकों के साथ सफलतापूर्वक संचार स्थापित कर लिया है.

इस टनल में फंसे हुए 41 मजदूरों में से एक जयदेव ने सुरंग ढहने वाली जगह पर सुपरवाइजर से बात करते हुए बांग्ला भाषा में कहा, "कृपया रिकॉर्ड करें, मैं अपनी मां को कुछ बताऊंगा. इसके बाद जयदेव ने अपने भाषा में कहा, मां, टेंशन कोरोनी आमी थिक अची. टाइम ए कहे नेबे. बाबाकेओ टाइम ए खेये नाइट बोल्बे (मां, मेरी चिंता मत करो, मैं ठीक हूं. कृपया आप और पिताजी समय पर खाना खाएं)."

श्रमिकों ने दिया धैर्य और साहस का परिचय

पर्यवेक्षक को सुरंग के अंदर फंसे लोगों से चिंता न करने और उन्हें जल्द ही बाहर निकालने के लिए कहते हुए सुना जा सकता है. पर्यवेक्षक ने फंसे हुए श्रमिकों से पूछा कि क्या वह अपने माता-पिता को कुछ बताना चाहता है क्योंकि वॉयस रिकॉर्डिंग उसके माता-पिता को घर वापस भेज दी जाएगी. फंसे हुए कुछ अन्य श्रमिकों ने भी अपने रिश्तेदारों से संपर्क स्थापित किया और 10 दिनों से सुरंग में फंसे होने के बावजूद, उन्होंने असाधारण स्तर के धैर्य और साहस का परिचय दिया और अपने रिश्तेदारों से उनके बारे में चिंता न करने के लिए कहा.

श्रमिकों की सुरक्षा के लिए बजरंग दल ने किया यज्ञ

इस बीच, बजरंग दल (जम्मू-कश्मीर) ने टनल में फंसे हुए 41 श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हवन यज्ञ का आयोजन किया.
इससे पहले, इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स, जो वर्तमान में उत्तरकाशी सुरंग ढहने वाली जगह पर चल रहे बचाव प्रयासों की देखरेख कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 6 इंच की पाइपलाइन को पूरी तरह कार्यात्मक बनाने के लिए काम किया जा रहा है.

अर्नोल्ड डिक्स ने आगे कहा कि, "लाइफलाइन 6 इंच की पाइपलाइन डाली गई है और इसे पूरी तरह कार्यात्मक बनाने के लिए काम किया जा रहा है. निकासी सुरंग के विस्तार के लिए काम किया जा रहा है, जिसे ड्रिल भी किया जा रहा है. वहीं सुरंग के भीतर सुरक्षित स्थान बनाने का भी काम चल रहा है. यह एक बेहद खतरनाक वातावरण है. हम इसे बचावकर्मियों के लिए भी सुरक्षित बना रहे हैं. 

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21 November 2023, 04:13 PM IST

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