भारत में आई इंजन रहित हाई-स्पीड ट्रेन, शताब्दी और राजधानी को छोड़ा पीछे
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अन्य ट्रेनों से प्रतिस्पर्धा करती है. पहले इसे ट्रेन 18 के नाम से जाना जाता था. यह एक बहु-इकाई चेयर कार ट्रेनसेट वाली इलेक्ट्रिक ट्रेन है. इसे भारतीय रेलवे द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है.

भारतीय रेलवे ने देश की पहली इंजन रहित ट्रेन को अपने बेड़े में शामिल करके एक मील का पत्थर स्थापित किया है. इस हाई-स्पीड ट्रेन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को दिल्ली से किया था और यह प्रतिदिन कई यात्रियों को सेवा प्रदान करती है. यह हाई-स्पीड ट्रेन प्रसिद्ध शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से भी अधिक शानदार है. इस ट्रेन का नाम वंदे भारत एक्सप्रेस है, जिसे पहले ट्रेन 18 के नाम से जाना जाता था. यह भारतीय रेलवे द्वारा डिजाइन और विकसित एक बहु-इकाई चेयर कार ट्रेनसेट वाली इलेक्ट्रिक ट्रेन है.
परीक्षण के दौरान, हाई-स्पीड ट्रेन अपनी अधिकतम गति 183 किलोमीटर प्रति घंटा (114 मील प्रति घंटा) तक पहुंच गई, लेकिन भारतीय रेलवे ने ट्रैक की कमी के कारण इसकी परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा (99 मील प्रति घंटा) तक सीमित कर दी. जुलाई 2023 में, भारतीय रेलवे ने नवीनतम वंदे भारत ट्रेनों के लिए एक नई भगवा और ग्रे रंग योजना का खुलासा किया. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेनों में 25 सुधार किए गए हैं, जिनमें एंटी-क्लाइम्ब डिवाइस लगाना भी शामिल है.
वंदे भारत ट्रेन रूट विवरण
31 अगस्त 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 61 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें पटरियों पर दौड़ रही हैं, जिनमें 16 कोच वाली 36 ट्रेनें और 8 कोच वाली 36 ट्रेनें शामिल हैं.
वंदे भारत ट्रेन की विशेष विशेषताएं
नवीनतम वंदे भारत रेलगाड़ियां आधुनिक कोचों से सुसज्जित हैं जिनमें बेहतर सुरक्षा विशेषताएं और यात्रियों के लिए कई उन्नत सुविधाएं शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, इन ट्रेनों में स्वचालित प्लग दरवाजे, एर्गोनोमिक रिक्लाइनिंग सीटें और एक्जीक्यूटिव श्रेणी में घूमने वाली कुर्सियां जैसे आरामदायक बैठने के विकल्प भी हैं, जो एक निर्बाध और आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान करते हैं.