Engineer Rashid: बारामुल्ला से लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद ने बीजेपी का प्रॉक्सी होने के आरोपों को पूरी तरह से नकारा है. उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में बयान देते हुए कहा कि बीजेपी के प्रॉक्सी होने के आरोप झूठे हैं. राशिद ने आरोप लगाया कि उन्हें बीजेपी के प्रॉक्सी उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए दबाव डाला गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि उन्हें जेल में भी सही सुविधाएं नहीं मिलीं, क्योंकि उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार कर दिया था.
इंडिया ब्लॉक को समर्थन देने की शर्त
दूसरी तरफ, इंजीनियर राशिद ने इंडिया ब्लॉक को समर्थन देने की एक शर्त रखी है. उनका कहना है कि यदि इंडिया ब्लॉक केंद्र में सत्ता में आने पर जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा करता है, तो वे अपने समर्थकों को निर्देश देंगे कि वे इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवारों को वोट दें. राशिद के अनुसार, अनुच्छेद 370 को बहाल करना जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा और यह स्थानीय जनमत की पूर्ति के लिए आवश्यक है.
कश्मीर मुद्दे का समाधान आवश्यक
राशिद ने यह भी कहा कि अगर भारत को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख शक्ति के रूप में देखा जाना है, तो उसे कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने की जरूरत है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि अगर उनके पास कश्मीर समस्या का कोई बेहतर समाधान है तो वह इसे क्यों नहीं प्रस्तुत करते. राशिद का कहना है कि कश्मीर का मुद्दा केवल एक क्षेत्रीय समस्या नहीं है, बल्कि यह भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी प्रभावित करता है.
उमर अब्दुल्ला पर हमला
राशिद ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि उमर अब्दुल्ला लोगों के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान नहीं देते और केवल राजनीति करते हैं. राशिद का कहना है कि उमर अब्दुल्ला की यह राजनीति कश्मीर के विकास और समस्याओं के समाधान में बाधा डाल रही है.
बता दें कि इंजीनियर राशिद का यह बयान जेल से रिहा होने के बाद आया है, जब वे जमानत पर बाहर आए थे. उनकी टिप्पणियों ने जम्मू-कश्मीर के आगामी चुनावों और कश्मीर मुद्दे पर नए सिरे से चर्चा को जन्म दिया है. First Updated : Thursday, 12 September 2024