मंदिर को नागर शैली में बनाया गया है. जाते समय इन दो बातों का ध्यान रखें कि मंदिर में पूर्व दिशा से प्रवेश कर पाएंगे, दक्षिण दिशा से निकास होगा.
राम मंदिर में पांच मंडप मौजूद होंगे, इनमें नृत्य मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप नाम रखा गया है.
ग्राउंड फ्लोर पर गर्भगृह में भगवान श्री राम विराजेंगे, पहली मंजिल पर भगवान राम का पूरा दरबार सजाया गया है.
मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीताकूप देखने को मिलेगा, परिसर के चारों कोनों पर सूर्य, भगवती, गणेश और शिव के मंदिर बने हुए हैं.
उत्तरी और दक्षिण हिस्से में अन्नपूर्णा और हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है. महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वरिष्ठ, महर्षि विश्वमित्र, अगस्य, निषाद राज, शबरी के मंदिर प्रस्तावित हैं.