Exit poll: बुधवार को महाराष्ट्र की 288 और झारखंड की 38 विधानसभा सीटों पर वोटिंग का सिलसिला समाप्त हो गया. झारखंड में 13 नवंबर को पहले चरण के तहत 42 सीटों पर मतदान हुआ था. राज्य में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं. अब दोनों राज्यों के चुनावी नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे, जिनका हर किसी को इंतजार है.
महाराष्ट्र में 10 एग्जिट पोल जारी किए गए हैं. इनमें से 6 एग्जिट पोल्स में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को सरकार बनाने की संभावना जताई गई है, जबकि 4 एग्जिट पोल में कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन को सत्ता में लौटने का अनुमान है. वहीं, झारखंड के लिए अब तक 7 एग्जिट पोल्स आए हैं, जिनमें से 5 ने भाजपा गठबंधन को बहुमत मिलने के आसार जताए हैं.
एग्जिट पोल्स चुनाव के दौरान किए जाते हैं और मतदान के समाप्त होने के बाद जारी होते हैं. चुनावी सर्वेक्षणों में इस बार महाराष्ट्र और झारखंड के मतदाताओं के रुझान का अनुमान लिया गया है. एग्जिट पोल एजेंसियां मतदान केंद्रों पर मौजूद होती हैं और मतदान के बाद वोटर्स से उनके वोटिंग पैटर्न के बारे में सवाल पूछती हैं. इन सवालों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाती है, जो नतीजों का पूर्वानुमान पेश करती है.
ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल दोनों ही चुनावी सर्वेक्षण होते हैं, लेकिन इनके बीच महत्वपूर्ण अंतर है. ओपिनियन पोल चुनाव से पहले किए जाते हैं और चुनाव से पहले ही नतीजे जारी कर दिए जाते हैं. यह पोल विभिन्न मुद्दों के आधार पर जनता के रुझान का अनुमान लगाने का प्रयास करते हैं. ओपिनियन पोल में सभी तरह के लोग शामिल हो सकते हैं, जिनमें ऐसे मतदाता भी हो सकते हैं जिन्होंने मतदान नहीं किया हो.
इसके विपरीत, एग्जिट पोल मतदान के बाद होते हैं और केवल उन लोगों से सवाल पूछे जाते हैं जिन्होंने मतदान किया है. इन पोल्स के नतीजे मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाते हैं, जिससे यह अधिक सटीक हो सकते हैं. 23 नवंबर को दोनों राज्यों के नतीजे स्पष्ट होंगे, और यह देखना दिलचस्प होगा कि एग्जिट पोल्स के अनुमानों में कितना सच्चाई निकलती है. First Updated : Saturday, 23 November 2024