Explainer: ये हैं दुनिया के 4 सबसे अमीर परिवार, दौलत का आकंड़ा देख पैरों तले खिसक जाएगी जमीन
Explainer: दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां के लोग काफी अमीर हैं, लेकिन पूरी दुनिया में ये 5 सबसे अमीर परिवार ऐसे हैं जिनका दौलत का आंकड़ा आप सभी लोगों को हैरान कर देगा.
हाइलाइट
- अल नाहयान परिवार नंबर एक पर शामिल है.
- अंबानी परिवार भी सबसे अमीर परिवार में शामिल है.
Explainer: हमारे देश में जहां एक तरह अमीर परिवार हैं जिनके पास दौलत की कमी नहीं हैं वहीं दूसरी तरफ ऐसे भी परिवार मौजूद हैं जिनके पास खाने के लिए भोजन और पहनने के लिए कपड़े मौजूद नहीं होते हैं. देश में दोनों ही प्रकार के लोग निवास करते हैं. आप ने अमीर परिवार तो देखा होगा लेकिन इस तरह के अमीर परिवार वालों को आप ने कभी नहीं देखा होगा.
आपने अब तक दुनिया के कई रईसों के बारे में सुना होगा साथ ही उनके बारे में पढ़ा भी होगा. इन दिनों हमारे देश में अंबानी परिवार रईस लोगों की लिस्ट में पहले नंबर पर है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे अमीर परिवार कौन सा है आइए जानते हैं?
अल नाहयान परिवार
रिपोर्ट के मुताबिक, अल नाहयान परिवार की कुल संपत्ति 305 बिलियन डॉलर है. नाहयान परिवार ने पहली बार इस लिस्ट में अपना नाम शामिल किया है. साथ ही पहली बार में ये फैमिली नंबर नव पोजीशन पर है. नाहयान फैमिली की सबसे अधिक संपत्ति ऑयल से बनी है. इस सबसे रईस परिवार की जमीनों पर ही यूएई का सबसे बड़ा ऑयल रिजर्व बना है.
वॉल्टन परिवार
वॉलमार्ट दुनिया में सबसे बड़ी रिटेल चेन है. ब्लूमबर्ग के अनुसार दुनिया भर में 11,000 से अधिक स्टोर्स में उसकी बिक्री 524 बिलियन डॉलर यानी 39 लाख करोड़ है. वाल्टन परिवार अब तीन पीढ़ियों से पैसा लगा रहा है और कंपनी में आज भी उसकी लगभग आधी हिस्सेदारी है. यही कारण है कि वे दुनिया के सबसे धनी परिवार में शीर्ष स्थान हासिल करते हैं.
अंबानी परिवार
मुकेश अंबानी और उनका परिवार जाहिर तौर पर दुनिया के शीर्ष 5 सबसे अमीर परिवारों मे से एक भारतीय हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना 1957 में धीरूभाई अंबानी ने की थी. जिसे 2002 में उनकी मृत्यु के बाद उनके बेटों, मुकेश और अनिल के बीच बांट दिया गया है मुकेश आज मुंबई के सबसे बड़े समूह में से एक का नेतृत्व करते हैं और रिलायंस इंडस्ट्रीज दुनिया के बड़े तेल शोधन परिसर का मालिक है.
अलेब्रेक्ट परिवार
दो भाई, थियो और कार्ल, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ड्यूटी पर रहने के बाद अपने माता-पिता के किराने की दुकान को संभालना शुरू कर दिया. इन वर्षों में, इन दोनों भाइयों ने इस दुकान को अल्डी में बदल दिया जो डिस्काउंट सुपरमार्केट का एक जर्मन चेन है.
हालांकि, 1960 में दोनों विभाजित हो गए और अपनी खुद की कंपनियां, यानी, Aldi Nord और Aldi Sued का गठन किया. 1979 में थियो ने अपने दोनों बेटों को इस बिजनेस में लगा दिया तो वहीं 2014 में कार्ल के निधन के बाद इनके भी दोनों बेटे बिजनेस संभालने लगे.