Monu Manesar: मानेसर केस को दूसरे राज्य में भेजने के लिए सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगा सकता है परिवार, बताया जान को खतरा
वकील एलएन पारासर मोनू की जमानत के लिए डीग जिले की कामां अदालत में पेश हुए. खबरों की मानें तो इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर यहां से मोनू को जमानत नहीं मिलती है तो वह राजस्थान हाइकोर्ट में अपील करेंगे.
Monu Manesar: मोनू मानेसर की 15दिन की न्यायिक हिरासत समाप्त होने के बाद उनके वकील एलएन पारासर मोनू की जमानत के लिए डीग जिले की कामां अदालत में पेश हुए. खबरों की मानें तो इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर यहां से मोनू को जमानत नहीं मिलती है तो वह राजस्थान हाइकोर्ट में अपील करेंगे. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि डीग जिले की कामां अदालत देर शाम तक इस मसले पर फैसला सुना सकती है.
इस दौरान मोनू मानेसर के वकील ने यह भी कहा कि 22 सितंबर को भरतपुर सेंट्रल जेल सेवर से अजमेर जेल में स्थानांतरित किए जाने के बाद मोनू के परिजनों ने उसकी जान को खतरा बताया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वकील एलएन पारासर का कहना है कि वे मामले को राजस्थान से किसी अन्य राज्य में ट्रांसफर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
उन्होंने इस दौरान यह भी कहा की वे जमानत याचिका के पक्ष में अदालत के समक्ष अपनी दलीलें रख चुके हैं. उन्होंने राजस्थान पुलिस के महानिदेशक के पहले के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि मोनू का संबंध सीधे तौर पर भिवानी दोहरे हत्याकांड में नहीं पाया गया है.
बताते चलें कि मोनू मानेसर को 14 सितंबर को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद कामां अदालत ने मोनू को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.