Farmers Protest: 'शंभू बॉर्डर पर किसानों ने मनाया बसंत, ड्रोन से लगाए पेचे
Farmer Protest: किसानों ने दावा किया कि जब वे पंजाब क्षेत्र के अंदर खड़े थे तो ड्रोन ने उन पर कई आंसू गैस के गोले गिराए. मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान (एमएसपी) पर कानून समेत कई मांगों को लेकर विरोध मार्च कर रहे हैं.
Farmers Fly Kites To Combat Drones: मंगलवार को शुरू हुए किसान आंदोलन का आज दूसरा दिन है. शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. इसके लिए पुलिस ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. इसी बीच इस ड्रोन को रोकने के लिए किसानों ने एक अनोखा तरीका निकाला है. बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने ड्रोन के आंसू गैस फायरिंग क्षेत्र को कम करने के लिए पतंगबाजी कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है ताकि उन्हें राज्य में प्रवेश करने और अपने 'दिल्ली चलो' कार्यक्रम को लेकर राष्ट्रीय राजधानी की ओर जाने से रोका जा सके.
इससे पहले मंगलवार को किसानों की राज्य के दो सीमाओं पर हरियाणा पुलिस के साथ झड़प हुई थी. पुलिस ने किसानों के खिलाफ आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया था. क्योंकि किसानों ने विरोध मार्च के दौरान बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की थी.
पंजाब के अधिकारियों ने जताई आपत्ति
मंगलवार को पुलिस और किसानों के बीच कई घंटों तक चली झड़प के बाद किसान नेताओं ने दिन भर के लिए विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया. हालांकि, उन्होंने बुधवार को शंभू सीमा से अपना मार्च फिर से शुरू किया. इस बीच, पंजाब के अधिकारियों ने शंभू सीमा पर हरियाणा के ड्रोन के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई है. पंजाब के पटियाला के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) शौकत अहमद पर्रे ने अंबाला के डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि वे अंबाला के पास शंभू सीमा पर पंजाब के क्षेत्र के अंदर अपने ड्रोन न भेजें.
Deterred by the farmers flying kites, the Haryana police seem to have ditched the drones and are now lobbing tear gas shells in the old school style.
— Arunabh Saikia (@psychia90) February 14, 2024
The kites have all sorts of motifs: from Canada to Siddhu Moosewala pic.twitter.com/JJZYple5H2
अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं किसान
किसानों ने दावा किया कि जब वे पंजाब क्षेत्र के अंदर खड़े थे तो ड्रोन ने उन पर कई आंसू गैस के गोले गिराए. बता दें कि मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून और लोन माफी सहित अपनी मांगों के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' आंदोलन में भाग ले रहे हैं.