Farmer Protest: लगातार बिगड़ रहे हालात, तीसरी बार दागे आंसू गैस के गोले, पीछे नहीं हट रहे किसान
Kisan Protest: किसान आज 1,200 ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली की ओर अपना मार्च फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं, जिससे राजधानी में संभावित व्यवधानों के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं.
Kisan Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी पर केंद्र के साथ बातचीत विफल होने के बाद, किसान आज पंजाब-हरियाणा सीमा से अपना 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च फिर से शुरू कर रहे हैं. ख़बर आ रही है कि एक बार फिर से हालात बिगड़ गए हैं. पुलिस और प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है. बताया जा रहा है कि किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दो बार ड्रोन के ज़रिए आंसू गैस के गोले छोड़े.
हालाँकि किसानों ने पुलिस के ज़रिए छोड़े जाने वाले आंसू गैस से बचने के लिए कई उपाय निकाल रखे हैं. किसानों ने स्पेशल मास्क और गीली बोरियों का इंतेजाम किया हुआ है. पुलिस की तरफ़ से आज तीसरी बार आंसू गैस के गोले छोड़े गए हैं लेकिन किसान किसी भी सूरत पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. बताया जा रहा है कि खनौरी बॉर्डर पर किसान हज़ारों की तादाद में मौजूद हैं. एक जानकारी के मुताबिक़ इस बॉर्डर पर 800 ट्रैक्टरों पर किसान हज़ारों किसान मौजूद हैं. जबकि कुल किसानों की बात करें तो तकरीबन 14000 किसान दिल्ली की तरफ बढ़ने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं.
किसान आंदोलन से जुड़ी बड़ी बातें
1- मीडिया एजेंसी के बताए गए सरकारी अनुमान के अनुसार, लगभग 14,000 किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर इकट्ठा हुए हैं. इस दौरान किसान दिल्ली जाने के लिए 1,200 ट्रैक्टर ट्रॉलियों, 300 कारों और 10 मिनी बसों का उपयोग कर रहे हैं.
2- इसके अलावा गृह मंत्रालय के अनुमान के मुताबिक, ढाबी-गुजरान सीमा पर 500 ट्रैक्टरों के साथ 4,500 प्रदर्शनकारी जमा हुए हैं.
3- पंजाब सरकार को गृह मंत्रालय ने एक पत्र लिखा है जिसमें राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है. गृह मंत्रालय ने कहा कि 'उपद्रवी' पथराव में लगे हुए हैं और हरियाणा के साथ शंभू बॉर्डर पर बुलडोजर जैसी भारी मशीनरी लेकर आए हैं.
4- गृह मंत्रालय के पत्र में लिखा गया कि जो किसान बुलडोजर और अन्य उपकरणों को पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए संशोधित और कवच-प्लेटेड करके लाए हैं. आगे कहा गया कि इन मशीनों का इस्तेमाल प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड्स को नुकसान पहुंचाने के लिए किया जाना है, जिससे ड्यूटी पर तैनात पुलिस और अर्धसैनिक बलों को खतरा हो सकता है.
5- प्रदर्शनकारियों के दिल्ली चलो आंदोलन के बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने तय किया है कि कोई भी किसान या युवा आगे नहीं बढ़ेगा. नेता आगे बढ़ेंगे. हम शांति से जायेंगे. अगर केंद्र सरकार एमएसपी पर कानून बना दे तो यह सब खत्म हो सकता है.'
6- ताजा जानकारी के मुताबिक, किसान दिल्ली कूच के लिए अड़े हुए हैं इसी बीच शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों पर गैस के गोले दागे हैं. गोले दागने से पहले पुलिस लगातार अनाउंसमेंट कर रही थी कि बैरिकेडिंग से दूर रहें.
7- एजेंसी एएनआई के मुताबिक, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शंभू बॉर्डर पर प्रेस कर्मियों से बात करते हुए कहा कि 'हमारी बात सुनना प्रधानमंत्री की भी जिम्मेदारी है. हमने भी उन्हें देश का पीएम बनाने के लिए वोट किया है. ये देश सबका है, पीएम सबके हैं. उन्हें आगे आकर स्थिति को संभालना चाहिए और हमारी मांगों को पूरा करना चाहिए.'
8- केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्स (टि्वटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 'मैं किसान नेताओं को फिर से चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं. 5वें दौर की बैठक में सभी मुद्दों पर बात करने को तैयार हैं. हमारे लिए शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है.'
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