Farmers Protest : नोएडा में राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन अब प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में 700 से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया और उन्हें बसों में भरकर अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया है. किसानों ने सरकार को अपनी मांगें पूरी करने के लिए 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि वो यहां पहुंचने वाले हैं.
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने आज शाम 4 बजे मुजफ्फरनगर में आपात पंचायत बुलाई है. इस पंचायत में BKU के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत समेत अन्य प्रमुख किसान नेता हिस्सा लेंगे.
पुलिस ने बताया कि भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा, BKU (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के प्रदेश अध्यक्ष पवन खटाना, और अन्य किसान नेता सुनील फौजी, उदल यादव, सुनील प्रधान, रूपेश वर्मा, अमन भाटी समेत कई अन्य को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस प्रशासन ने बताया कि किसानों को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 के उल्लंघन के तहत गिरफ्तार किया गया. शहर में धारा 163 लागू है, जिसके अंतर्गत किसी भी प्रकार के सार्वजनिक प्रदर्शन या अवरोध की अनुमति नहीं है.
इसी नियम का उल्लंघन करने पर किसानों को गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया गया.
सोमवार को किसान दिल्ली की ओर कूच कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर सीमा पर ही उन्हें रोक दिया. महामाया फ्लाईओवर के रास्ते दिल्ली जा रहे किसानों को नोएडा पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया. नाराज किसानों ने सड़क पर ही धरना शुरू कर दिया. प्रशासन ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर शासन स्तर पर बातचीत कराई जाएगी, जिसके बाद सड़क को खोल दिया गया.
पुलिस की कार्रवाई के बावजूद किसान दलित प्रेरणा स्थल के अंदर ही डटे रहे. रात में किसानों ने खाने-पीने और ठंड से बचाव की पूरी व्यवस्था की.
किसानों का प्रदर्शन सरकार द्वारा अधिग्रहित की गई जमीन के लिए उचित मुआवजा पाने को लेकर है. प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए किसान शामिल हैं. किसानों का कहना है कि अगर 7 दिनों में उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे फिर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे.
प्रदर्शन के कारण दादरी-नोएडा लिंक रोड और महामाया फ्लाईओवर पर भारी जाम लग गया. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर किसानों को रोकने की कोशिश की, जिससे यातायात कई घंटों तक बाधित रहा. चिल्ला बॉर्डर पर भी किसानों का प्रदर्शन जारी रहा, जहां पुलिस ने उन्हें दलित प्रेरणा स्थल से एक किलोमीटर पहले रोक दिया.
किसानों ने सरकार को 7 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे फिर से दिल्ली कूच करेंगे. उनके प्रदर्शन से संकेत मिल रहे हैं कि यह आंदोलन और उग्र हो सकता है.
First Updated : Tuesday, 03 December 2024