Farooq Abdullah: 'भगवान राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं', नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला का बयान
Farooq Abdullah: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार, (30 दिसंबर) को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण लिए प्रयास करने वाले लोगों को बधाई देते हुए कहा कि भारत में भाईचारा कम हो रहा है और इसे पुनर्जीवित करने की जरूरत है.
हाइलाइट
- नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने दी बधाई.
- फारूक अब्दुल्ला ने कहा भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं हैं.
- 22 जनवरी को अयोध्या में होगा प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन.
National Conference Chief Farooq Abdulalah: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार, (30 दिसंबर) को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण लिए प्रयास करने वाले लोगों को बधाई देते हुए कहा कि भारत में भाईचारा कम हो रहा है और इसे पुनर्जीवित करने की जरूरत है. जम्मू-कश्मीर के पुंछ में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. मैं मंदिर के लिए प्रयास करने वाले सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं. यह अब तैयार है."
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को आयोजित भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख ने जोर देते हुए कहा "मैं पूरे देश से यह भी कहना चाहता हूं कि भगवान राम केवल हिंदुओं के नहीं हैं, वह दुनिया भर के सभी लोगों के भगवान हैं. यह किताबों में लिखा है."
'भाईचारे और प्रेम के प्रतीक हैं भगवान राम'
भगवान श्री राम की महानता को बताते हुए फारूक अब्दुल्लाह ने आगे कहा कि भगवान राम ने भाईचारे, प्रेम, एकता और एक-दूसरे की मदद करने का संदेश दिया है. उन्होंने हमेशा कहा है कि गिरे हुए लोगों का उत्थान करो, चाहे वे किसी भी धर्म या जाति के हों. उन्होंने एक सार्वभौमिक संदेश दिया है. आज, जैसा कि यह मंदिर है उद्घाटन होने जा रहा है, मैं देश के लोगों से कहना चाहता हूं कि हमारे देश में जो भाईचारा कम हो रहा है, उसे फिर से शुरू करें. मैं सभी से कहना चाहता हूं कि उस भाईचारे को बनाए रखें."
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे पीएम मोदी
22 जनवरी को होने वाले प्रतिष्ठा समारोह में भव्य मंदिर में राम लला की मूर्ति की स्थापना की जाएगी. इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सैकड़ों अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है. राम मंदिर ट्रस्ट ने इस खास समारोह के लिए सभी संप्रदायों के 4,000 संतों को भी आमंत्रित किया है.