दिल्ली में तेज रफ्तार का कहर, फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कुचला

दिल्ली के शाहदरा में तेज रफ्तार कार ने फुटपाथ पर सो रहे दो मजदूरों को कुचल दिया, जिसमें एक की मौत हो गई. पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है. क्या यह हादसा सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही की गंभीर चेतावनी है स्थानीय लोग प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. क्या ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कुछ किया जाएगा

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Fear of speed in Delhi: दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र में एक भयानक हादसा सामने आया है, जिसमें तेज रफ्तार कार ने फुटपाथ पर सो रहे दो मजदूरों को कुचल दिया. इस दिल दहला देने वाली घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है. यह घटना गीता कॉलोनी के गांधी नगर के पुस्ता रोड पर सुबह के समय हुई. सड़क पर सो रहे मजदूरों का ये मामला एक बार फिर सड़क सुरक्षा के सवाल को उठाता है. 

पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि एक कार फुटपाथ पर चढ़ी हुई है. गाड़ी की हालत बेहद खराब थी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं थी. घायल मजदूरों की पहचान 40 वर्षीय सोनू और 38 वर्षीय मोहम्मद इस्लाम के रूप में हुई. दोनों मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे. पुलिस ने तुरंत घायलों को एसडीएन अस्पताल पहुंचाया लेकिन सोनू को बचाया नहीं जा सका और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

पीड़ितों की पृष्ठभूमि

सोनू उत्तर प्रदेश के लखनऊ का निवासी था और अपने परिवार के लिए मेहनत करता था. उसकी मौत से परिवार में गहरा सदमा है. मोहम्मद इस्लाम का इलाज चल रहा है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है. स्थानीय लोगों ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और आरोप लगाया है कि सड़क पर सुरक्षा के उपाय अपर्याप्त हैं.

आरोपी चालक की गिरफ्तारी 

हादसे के तुरंत बाद, पुलिस ने आरोपी कार चालक राहुल कुमार को हिरासत में ले लिया. वह शास्त्री नगर का निवासी है. पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 281 और 125 (ए) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा.

स्थानीय निवासियों ने इस घटना के बाद अपनी चिंताओं को साझा किया है. उनका कहना है कि दिल्ली की सड़कों पर तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग एक गंभीर समस्या बन गई है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सड़क पर सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों.

प्रशासन की जिम्मेदारी

इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा की आवश्यकता को रेखांकित किया है. प्रशासन को चाहिए कि वह इस दिशा में कड़े कदम उठाए और जागरूकता अभियानों के माध्यम से लोगों को सावधानी बरतने के लिए प्रेरित करे. क्या यह प्रशासन के लिए एक अलार्म होगा? क्या हम ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय देखेंगे? ये सवाल अब सभी के मन में हैं.

इस दर्दनाक घटना ने न केवल पीड़ितों के परिवार को प्रभावित किया है बल्कि समाज में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को भी उजागर किया है. हमें यह समझने की जरूरत है कि सड़क पर हर नागरिक की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. सोनू के परिवार के लिए न्याय की उम्मीद और मोहम्मद इस्लाम के जल्द स्वस्थ होने की कामना सभी की ओर से की जा रही है. क्या दिल्ली की सड़कें फिर से सुरक्षित हो पाएंगी? यह समय ही बताएगा.

First Updated : Thursday, 19 September 2024