Budget 2024 : वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण आज 2024 में अपना छठवां बजट पेश कर रही हैं. साल 2019 में निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्री के तौर पर अपना पहला बजट पेश किया था. वित्त मंत्री ने जितनी बार बजट पेश किया है उनकी साड़ी का रंग पर बार अलग-अलग रहा है. इस बार उन्होंने नीले रंग की साड़ी पहनी है. छह बार उन्होंने किस- किस रंग की साड़ी पहनी थी और इसका क्या मतलब इसके बारे में समझते हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहली बार 2019 में बजट पेश किया था. तब उन्हें पहली बार वित्त मंत्री बनाया गया था. इसके बाद के सालों में वित्त मंत्री के तौर पर बजट पेश करने के दौरान उनकी साड़ी का रंग बदलता रहा. पीले से लेकर नारंगी तक. इस बार उनकी साड़ी का रंग बिल्कुल ही बदल गया. 2019 में वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने पहला बजट पेश किया तब उनकी साड़ी का रंग बैंगनी थी और सुनहरे बॉर्डर था. कहा जा सकता है कि उन्हें आमतौर पर सुनहरी जरी वाले बॉर्डर पसंद हैं.
साल 2020 में निर्मला सीतारमण ने दूसरा बजट पेश किया तो वो पीले रंग या बासंती रंग की साड़ी में थीं. भारतीय परंपरा और शास्त्रों में पीले रंग को शुभ माना जाता है. इसके अलावा रंगों की खासियत देखें तो पीला रंग समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है. ऐसे में माना गया कि पीले रंग की साड़ी में देश का लाल बही-खाता सबके लिए खुशहाली ला सकता है.
2021 के बजट में वित्त मंत्री पारंपरिक वेशभूषा में दिखीं, जिसमें भारतीय महिला की गरिमा अलग लगती है. निर्मला तब सुनहरे लाल रंग के बॉर्डर वाली साड़ी में थीं. लाल रंग भारतीय परंपरा में शक्ति, ऊर्जा और प्यार का रंग माना जाता है. ये अधिकार का रंग भी है और तुरंत आकर्षित करने वाला है. वैसे इस रंग को हमेशा से ताकत और आत्मविश्वास के रूप में देखा जाता है. इस बार जब निर्मला ने लाल रंग की साड़ी पहनी तो लाल रंग के बहीखाते की जगह टैबलेट ने ले ली.
वित्त मंत्री ने अपने चौथे बजट पेश करने के दौरान पारंपरिक दक्षिण भारतीय शैली की मैरून और नारंगी रंग की साड़ी पहनी. जिसमें मैरून रंग का बॉर्डर था और बीच का हिस्सा नारंगी. नारंगी रंग लाल और पीले रंग का मिश्रण है. लाल रंग दृढ़ संकल्प का प्रतीक मानाा जाता है. पीले से सात्विक प्रवृत्ति का विकास होता है. केसरिया यानी भगवा रंग जहां बीजेपी का रंग माना जाता है वहीं इसे हिंदूत्व से जुड़ा पवित्र रंग माना जाता है.
साल 2023 में निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते समय नारंगी रंग की साड़ी पहनी, जिसमें खास डिजाइन बना था. इस साड़ी में सुनहरे और काले रंग का बॉर्डर था. भारतीय संस्कृति में नारंगी रंग का विशेष महत्व है. यह रंग ओज, उत्साह, प्रखरता का प्रतीक है. यह जीवन में उमंग, न्याय, निष्ठा और प्रगति का स्रोत है. हिंदू धर्म में, नारंगी को पवित्र माना जाता है और यह पवित्रता और आध्यात्मिकता को दर्शाता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 2024 का अंतरिम बजट पेश करते वक्त नीली साड़ी मां दिखीं. भारतीय धर्म शास्त्रों में नीला रंग बल, पौरुष, और वीरता का प्रतीक माना जाता है. ये आध्यात्मिक रंग भी माना जाता है. इसे सकारात्मकता और आत्मविश्वास के साथ अधिकार का प्रतीक भी माना जाता है. वैसे दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोगों का पसंदीदा रंग नीला ही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो साड़ियां पहनती हैं वो आमतौर पर हाथ से बनाई इलीकल नावलगुंडा एब्रायडरी वाली होती हैं. 2023 में उन्होंने जो साड़ी पहनकर बजट पेश किया उसे कर्नाटक के से आने वाले केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने उपहार में दी थी. इस बार उन्होंने ब्लू क्रीम कलर जो साड़ी पहनी है वो टसर साड़ी है, इस पर कांठा का काम है. आमतौर पर वह कर्नाटक सिल्क की साड़ियां ही पहनती हैं. वित्त मंत्री हमेशा साड़ी में ही नजर आती हैं. वित्त मंत्री सूती साड़ियों के साथ ही कलमकारी ब्लाउज को तरजीह देती हैं. वित्तमंत्री ज्यादा आभूषण-प्रेमी नहीं हैं. वो एक सोने का कड़ा, चेन और कानों में हल्के बुंदे पहने ही नजर आएंगी. First Updated : Thursday, 01 February 2024