CWC Meeting: खरगे के अध्यक्ष बनने के बाद हैदराबाद में होगी CWC की पहली मीटिंग, देशभर के कांग्रेस नेता होंगे शामिल

CWC Meeting: मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक होगी. इस साल के अंत में तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह रणनीति बनाई गई है.

Manoj Aarya
Edited By: Manoj Aarya

CWC Meeting In Hyderabad: शनिवार, (16 सितंबर) को हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमिटी यानी की सीडब्ल्यूसी की बैठक होने जा रहा है. मल्लिकार्जुन खरगे को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद यह सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक होगी. इस साल के अंत में तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह रणनीति बनाई गई है. पिछले महीने ही खरगे ने नई सीडब्ल्यूसी का एलान किया था. बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस के चारों मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. 

हैदराबाद में आयोजित इस सीडब्ल्यूसी की बैठक में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर नवगठित इंडिया गठबंधन पर भी चर्चा होगी. मंहगाई, बेरोजगारी से लेकर मणिपुर हिंसा और जम्मू कश्मीर के हालात जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने का भी योजना बनाया जाएग. वहीं राज्य की केसीआर सरकार को भी भ्रष्टाचार के मोर्चे पर चुनावी मैदान में निशाना बनाया जा सकता है. 

सीडब्ल्यूसी की बैठक में कौन-कौन होंगे शामिल?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह बैठक शनिवार और रविवार यानी की दो दिनों तक चलेगा.रविवार को सीडब्ल्यूसी की विस्तारित बैठक होगी जिसमें देशभर के कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता आदि भी शामिल होंगे. इसके बाद शाम को हैदराबाद के पास बड़ी रैली होगी जिसमें तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी बड़े वादों का एलान करेगी. 17 सितंबर को ही हैदराबाद मुक्ति दिवस पड़ता है.

तेलंगना के लिए बनाई जाएगी रणनीति

आपको बता दें कि सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तेलंगाना की सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का गारंटी कार्ड वितरित करेंगे और कार्यक्रमों में शामिल होंगे. हालांकि संसद के विशेष सत्र के कारण खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत पार्टी के सभी सांसद रविवार रात को ही दिल्ली वापस लौट जाएंगे. 

कांग्रेस और बीआरएस के बीच सीधा मुकाबला

तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीआरएस के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिलता है. हालांकि, आंध्र प्रदेश से हटकर अलग राज्य तेलंगाना बनने के बाद लगातार दो बार से चंद्रशेखर राव मुख्यमंत्री बन रहे हैं. लेकिन इस बार सत्ता विरोधी माहौल का फायदा कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है. वहीं बीते पांच साल में बीजेपी भी राज्य में मजबूत हुई है. ऐसे में कांग्रेस के सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं. 

बहरहाल पूरे देश के पार्टी नेताओं को दो दिनों के लिए हैदराबाद में इकट्ठा कर कांग्रेस एक तरफ तो लोगों का ध्यान खींचना चाहती है दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं में जोश भी भरना चाहती है. पिछले साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हैदराबाद से गुजरी थी.

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15 September 2023, 09:39 PM IST

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