अब इस राज्य में मिला पहला HMPV का केस, देशभर में कुल संख्या हुई 15
असम में एचएमपीवी मामले की पुष्टि हुई है. यह असम में इस सीजन का पहला केस है. वर्तमान में भारत में कुल केसों की संख्या 15 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों में वायरस के संक्रमण के बारे में जागरूकता फैलाने की अपील की है.
असम में एक 10 महीने के शिशु में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) का पहला मामला सामने आया है. बच्चे को डिब्रूगढ़ के असम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (AMCH) में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई है. इस नए मामले के साथ ही भारत में एचएमपीवी के मामलों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है, जिसमें सबसे अधिक चार मामले गुजरात से हैं.
अस्पताल अधीक्षक ध्रुबज्योति भुइयां के अनुसार, बच्चा चार दिन पहले सर्दी और अन्य लक्षणों के कारण अस्पताल में दाखिल हुआ था. परीक्षण के परिणामों के बाद शुक्रवार को एचएमपीवी संक्रमण की पुष्टि हुई. उन्होंने बताया कि इन्फ्लूएंजा और फ्लू जैसे मामलों के परीक्षण के लिए नमूनों को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) भेजा जाता है.
भुइयां ने कहा कि यह एक सामान्य वायरस है. चिंता की कोई बात नहीं है. डिब्रूगढ़ में 2014 से अब तक एचएमपीवी के 110 मामले सामने आ चुके हैं. ICMR के वरिष्ठ वैज्ञानिक बिस्वजीत बोरकाकोटी ने बताया कि यह मौसम का पहला मामला है. हर साल ऐसे मामले सामने आते हैं. इसलिए इसमें कुछ नया नहीं है.
जागरूकता फैलाने की अपील
इसी बीच भारत में एचएमपीवी के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से श्वसन रोगों की निगरानी को सख्त करने का आग्रह किया है. स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने वर्चुअल बैठक में राज्यों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (ILI) और गंभीर श्वसन संक्रमण (SARI) की निगरानी बढ़ाने और लोगों में वायरस के संक्रमण के बारे में जागरूकता फैलाने की अपील की है.