Dr. S Jaishankar : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि भारत अपने फैसलों पर किसी अन्य देश को 'वीटो' लगाने की अनुमति नहीं देगा. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अपने राष्ट्रीय हित और वैश्विक भलाई को प्राथमिकता देगा, भले ही इसके लिए किसी डर का सामना करना पड़े.
चीन पर अप्रत्यक्ष निशाना
आपको बता दें कि जयशंकर ने भले ही किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका बयान सीधे तौर पर चीन की ओर इशारा करता है. चीन ने कई बार संयुक्त राष्ट्र में भारत से जुड़े प्रस्तावों पर वीटो का इस्तेमाल किया है. जयशंकर ने मुंबई में एक समारोह के दौरान दिए गए अपने वीडियो संदेश में भारत की मजबूत नीति पर जोर दिया.
'भारतीय विरासत दुनिया को दिखानी होगी'
वहीं आपको बता दें कि जयशंकर ने कहा कि आज के दौर में जहां दुनिया अस्वस्थ आदतों, तनावपूर्ण जीवनशैली और जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना कर रही है, वहां भारत की विरासत से काफी कुछ सीखा जा सकता है. उन्होंने कहा, ''दुनिया को हमारी संस्कृति और परंपराओं का महत्व तभी समझ आएगा जब हम खुद इस पर गर्व करेंगे.''
'भारतीयता के साथ प्रगति करेगा भारत'
बताते चले कि विदेश मंत्री ने कहा कि वैश्वीकरण के दौर में प्रौद्योगिकी और परंपरा को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है. भारत प्रगति की ओर अग्रसर है, लेकिन उसे अपनी भारतीयता को बनाए रखते हुए यह करना होगा. तभी वह एक बहुध्रुवीय विश्व में अग्रणी शक्ति बन सकेगा.
'तटस्थता से भ्रमित न हो स्वतंत्रता'
इसके अलावा आपको बता दें कि जयशंकर ने जोर देकर कहा, ''स्वतंत्रता को तटस्थता के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए. हम किसी भी तरह के डर या संगतता के दबाव के बिना अपने हितों के अनुसार निर्णय लेंगे. भारत आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है और बीते दशक ने हमारी क्षमताओं और आत्मविश्वास को साबित किया है.'' First Updated : Sunday, 22 December 2024