Natwar Singh Demise: पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार रात निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सिंह का जन्म 1931 में राजस्थान के भरतपुर जिले में हुआ था. PM मोदी-जयशंकर समेत कई नेताओं ने दुख जताया है.
पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह का बेटा अस्पताल में है, और कई अन्य परिवार के सदस्य उनके अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह राज्य से दिल्ली आ रहे हैं. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार रविवार को यानी आज दिल्ली में होगा.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पूर्व विदेश मंत्री के साथ एक तस्वीर भी साझा की। उन्होंने लिखा, 'नटवर सिंह के निधन से दुखी हूं। उन्होंने कूटनीति और विदेश नीति की दुनिया में समृद्ध योगदान दिया। वह अपनी बुद्धिमत्ता के साथ-साथ बेहतरीन लेखन के लिए भी जाने जाते थे। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।'
नटवर सिंह 1953 में भारतीय विदेश सेवा (आइएफएस) में चुने गए उन्होंने चीन, न्यूयार्क, पोलैंड, इंग्लैंड, पाकिस्तान, जमैका और जांबिया के साथ-साथ कई देशों में सेवाएं दीं. तीन दशकों की सेवा के बाद नटवर सिंह ने राजनीति में प्रवेश करने के लिए 1984 में आइएफएस से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. उसी साल, उन्होंने लोकसभा का चुनाव जीता,उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया.
सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान के लिए 1984 में उन्हें देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान- पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. विदेश मंत्री बनने से पहले नटवर का बतौर नौकरशाह भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में 31 साल का कार्यकाल रहा. उन्होंने 1953 में भारतीय विदेश सेवा अधिकारी के रूप में सेवाएं देनी शुरू कीं और अमेरिका, चीन (पेइकिंग) और संयुक्त राष्ट्र समेत कई अहम जगहों पर पदस्थापित रहे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने नटवर सिंह के निधन पर शोक जताया है. साल 1929 में राजस्थान के भरतपुर जिले में जन्मे नटवर सिंह ने प्रारंभिक शिक्षा अजमेर के मेयो कॉलेज और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से पूरी की था. इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कालेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की.