कतर से भारत लौटने पर नेवी के पूर्व अफसरों ने की पीएम मोदी की तारीफ, जानें क्या कहा?
Former Navy Veterans Freed: कतर में कैद आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा करा दिया गया है. वहीं सोमवार की सुबह इनमें से सात सुरक्षित भारत वापस लौट आए हैं.
हाइलाइट
- पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बिना ये संभव ही नहीं था.
- हमने भारत आने के लिए एक साल से ज्यादा का इंतजार किया है.
Former Navy Veterans Freed: भारत सरकार ने सोमवार का दिन देशवासियों के लिए खुशनुमा कर दिया है. दरअसल कतर में बीते कई महीनों से कैद भारत के 7 नेवी अफसरों को रिहा करा लिया है. इस बात की पुष्टि खुद विदेश मंत्रालय ने की है, उनका कहना है कि, भारत के पूर्व नौसेनिकों को जासूसी के आरोप में एक साल से अधिक समय से जेल में बंद करके रखा गया था. जिन्हें अब रिहा कर लिया गया है. जिनमें से 7 अफसरों ने भारत देश में सुरक्षित वापसी कर ली है.
पूर्व नौसेनिकों का बयान
कतर में मौत की सजा की तरह कैद रहने वाले 8 पूर्व नौसैनिकों ने भारत लौटते ही पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. उनका कहना है कि, उनके द्वारा किए गए प्रयासों के बाद ही हम अपने वतन सुरक्षित लौट पाए हैं. उन्होंने आते ही सबसे पहले "भारत माता की जय" के नारे लगाए हैं.
आगे कहा कि, हमने भारत आने के लिए एक साल से ज्यादा का इंतजार किया है. जिसके लिए हम सभी पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद करते हैं. भारत सरकार के प्रयासों के बिना ये संभव ही नहीं था. साथ ही कहा कि, अपने देश लौटने पर हमें अधिक खुशी मिल रही है. पीएम इसमें हस्तक्षेप नहीं करते, तो ये समस्या कभी हल नहीं हो पाता. इतना ही नहीं उन्होंने कतर के अमीर तमीम बिन हमद अल थानी का भी आभार व्यक्त किया है.
आठ पूर्व अफसरों की सूची
कतर में भारत के आठ पूर्व नौसेना अफसरों को हिरासत में ले लिया गया था. जिसमें कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर अमित नागपाल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, नाविक रागेश गोपाकुमार, कमांडर संजीव गुप्ता, कैप्टन नवजेत सिंह गिल का नाम मौजूद है. इन सभी अधिकारियों को साल 2022 के अगस्त में गिरफ्तार करके जेल में कैद कर लिया गया था.
विदेश मंत्रालय ने किया स्वागत
विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी करते हुए भारत वापस आए अफसरों का स्वागत किया गया है. उन्होंने कहा, " भारत सरकार कतर में हिरासत में लिए गए दहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है." आठ में से सात भारतीय देश लौट आए हैं.