Bharat Ratna: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया गया है. सरकार ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब बुधवार 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती है. भारत रत्न का सफर 70 साल का है. भारत रत्न पुरस्कार पहली बार 1954 में दिए गए थे. तब से लेकर पिछले 70 वर्षों में केवल 49 हस्तियों को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न मिला है. यह भी बिहार के लिए गौरव की बात है कि बिहार के चार लोगों को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
1954 में पहली बार तीन राष्ट्रपति, सी राजगोपालाचारी, देश के दूसरे राष्ट्रपति राधाकृष्णन और वैज्ञानिक सी.वी. रमन को भारत रत्न दिया गया, लेकिन बिहार की ओर से पहला भारत रत्न पुरस्कार 1962 में दिया गया था. यह सम्मान बिहार के जीरादेई में समाजवादी पार्टी के स्वतंत्रता सेनानी और देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को दिया गया था.
बिहार में सबसे पहले भारत रत्न पाने वाले देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे. उनको ये सम्मान 1962 भारत रत्न से नवाजा गया था. इसके बाद 1999 में स्वतंत्रता सेनानी और आपातकाल के नायक जयप्रकाश नारायण को भारत रत्न पुरस्कार दिया गया. अगले दो साल के अंदर बिहार के लिए एक खुशी का मौका तब आया जब मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान को भारत रत्न देने की घोषणा की गई. हालाँकि, तकनीकी रूप से उन्हें उत्तर प्रदेश कोटा दिया गया था. ये सम्मान पाने वालों में डॉक्टर बिधान चंद्र रॉय का नाम भी शामिल है.
पिछले 70 सालों में केवल 49 हस्तियों को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न मिला है. यह भी बिहार के लिए गौरव की बात है कि बिहार के चार लोगों को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इसी कड़ी में एक नाम बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का जुड़ने जा रहा है. First Updated : Wednesday, 24 January 2024