Fresh Violence in Manipur: मणिपुर में पिछले डेढ़ साल से जातीय संघर्ष की आग जल रही है, लेकिन पिछले पांच दिनों से हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं. शनिवार को जिरीबाम जिले से ताजा हिंसा की खबर आई, जहां चार उग्रवादियों और एक नागरिक की मौत हो गई. जिला प्रशासन के अनुसार, नागरिक को उसके घर के अंदर मार दिया गया. इसके बाद गोलीबारी शुरू हो गई. गोलीबारी में चार उग्रवादी मारे गए. पुलिस ने बताया कि मारे गए लोग कुकी और मैतेई समुदायों के थे.
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि सुबह उग्रवादियों ने एक गांव में घुसकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी. ये जातीय संघर्ष का हिस्सा था. इसके बाद दोनों समुदायों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. इसी गोलीबारी में 4 प्रदर्शनकारी और एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई है.
शुक्रवार को मणिपुर में पहली बार रॉकेट का इस्तेमाल हुआ जो 17 महीने से चल रहे संघर्ष में एक नया मोड़ है. मणिपुर पुलिस ने देर रात जारी बयान में बताया कि कुकी उग्रवादियों ने 'लंबी दूरी के रॉकेट' का इस्तेमाल किया है. इससे पहले, ड्रोन का उपयोग कर गांवों पर हमला किया गया था.
उग्रवादियों ने देसी रॉकेट लॉन्चर से रॉकेट दागे हैं. इसमें फीट लंबी लोहे की पाइप में विस्फोटक भरे गए थे. इससे पहले, विष्णुपुर जिले के त्रोंग्लाओबी गांव में शुक्रवार सुबह इम्प्रोवाइज्ड रॉकेट हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. इसके बाद, हिंसा ने और जोर पकड़ लिया.
बढ़ती हिंसा के कारण मणिपुर प्रशासन ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है. राज्य के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने इसे आतंकवादी हमला बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि राज्य सरकार ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी.
इसके साथ ही, वैली-आधारित नागरिक संगठन कॉर्डिनेशन कमेटी ऑन मणिपुर इंटेग्रिटी (COCOMI) ने 'सार्वजनिक आपातकाल' घोषित किया है. जिसमें लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की गई है. यह आपातकाल तब तक जारी रहेगा जब तक मणिपुर में स्थिति सामान्य नहीं हो जाती.