जम्मू-कश्मीर में जी-20 की बैठक नागरिकों के लिए गर्व की बात, टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की मीटिंग में बोले मनोज सिन्हा
श्रीनगर में जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और डॉ जितेंद्र सिंह ने भाग लिया।
सोमवार को श्रीनगर में तीसरी जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक आयोजित की गई थी। मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और डॉ जितेंद्र सिंह और अमिताभ कांत ने टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में भाग लिया। बता दें कि तीन दिवसीय टूरिज्म वर्किंग ग्रुप बैठक का आज दूसरा दिन है।
टूरिज्म वर्किंग ग्रुप बैठक के उद्घाटन पर जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि "यह एक महत्वपूर्ण बैठक है जो अभी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हो रही है और इसकी बहुत अच्छी शुरूआत हुई है।" उन्होंने कहा कि "कुछ साल पहले हम सोच भी नहीं सकते थे कि इस तरह की अंतराष्ट्रीय बैठक जम्मू-कश्मीर में हो सकती है। पीएम मोदी के दृष्टिकोण से ही यहां बदलाव हुआ है।"
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि "जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक को आयोजित करना इस केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों के लिए बहुत गर्व की बात है।" उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सतत पर्यटन के लिए एक वैश्विक वास्तुकला पर विचार कर रहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा ज्ञान और लुभावने परिदृश्य का केंद्र रहा है। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि "30 वर्षों तक शांति की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार होना पड़ा।" मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राज्य को सशक्त बनाने वाली विकास योजनाएं लेकर आए। आज जम्मू-कश्मीर देश के विकसित राज्यों में से एक है।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि "भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय सभी जी-20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और सभी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ताकि स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा सके जो लोगों और प्लैनेट्स दोनों को लाभान्वित करें।"