G20: विदेशी नेताओं के लिए बनाया गया सेफ हाउस, अटैक की स्थिति में किया जाएगा शिफ्ट
Safe House in Delhi: G20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देजर राजधानी दिल्ली 8 से 10 सितंबर तक वाहनों और ट्रैफिक रूट को लेकर कई तरह की पाबंदी लागू हो जाएगी.
G20 Summit 2023: भारत की मेजबानी में 9 और 10 सितंबर को राजधानी दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है. इस समिट में जी20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे. ये पहला मौका है जब दिल्ली में इतनी बड़ी संख्या में विश्व के एक साथ भारत आ रहे है. इस बीच राजधानी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. जी20 के मद्देनजर 8 से 10 सितंबर तक वाहनों और ट्रैफिक रूट को लेकर कई तरह की पाबंदी लागू रहेगी.
जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के पूरी तरह से तैयार है. विदेशी एजेंसियों की मदद से एक डिटेल आकस्मिक प्लान तैयार किया गया है. विदेशी लीडर्स के लिए कई सेफ हाउस बनाए गए है. जिनमें कमांडो को स्टैंडबाय पर रहने का आदेश दिया गया है.
सेफ हाउस कितने सुरक्षित?
सभी सेफ हाउसेज में हेलीपैड के साथ कमांडो को स्टैंडबाय पर रहने का आदेश दिया गया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रडार, जैमर समेत कई अत्याधुनिक हथियार लुटियंस दिल्ली में बने सेफ हाउस में रख दिए गए हैं. जिनकी रखवाली कमांडो कर रहे हैं. किसी भी तरह के अटैक की स्थिति में कमांडो मेहमानों के लिए सबसे सुरक्षित रास्ता तैयार करेंगे.
कैसे काम करता है सेफ हाउस?
अटैक जैसी आपात स्थिति में सबसे पहले तुरंत विदेशी मेहमानों को कुछ ही मिनटों के भीतर सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा. सुरक्षा में लगी टीम उन्हें हाटलों और आयोजन स्थलों के पास बने सेफ हाउस पहुंचाएगी. वहीं स्पेशल फोर्स की टीम हवाई मार्ग से जाएगी. किसी भी आपात स्थिति में बाहर निकलने और उससे निपटने का काम तुरंत होगा. दूसरी तरफ एजेंसी आपस में बातचीत कर विदेशी मेहमानों को सुरक्षित निकालने में मदद करेंगी.
G20 की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी?
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) को दिल्ली की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. एनएसजी कंमाडो के पास आतंकवाद विरोधी दस्ता, तोड़फोड़ विरोधी, ड्रोन विरोधी कार्यों, स्नाइपर्स और रासायनिक हमलों जैसी स्थिति से निपटने के लिए सबसे अच्छी टीमें है. ज्ञात हो कि एनएसजी देश की सबसे पॉवरफुल फोर्स मानी जाती है. इसकी टीमें अलग-अलग एजेंसियों के साथ काम करेंगी.