G20 Summit: जी20 के निमंत्रण पत्र पर इंडिया की जगह भारत, कांग्रेस ने बताया संघवाद पर हमला
G20 Summit 2023: जी-20 शिखर सम्मेलन के न्योते पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह लिखा प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे जाने वाले निमंत्रण पत्र को लेकर विवाद छिड़ गया है. कांग्रेस ने इसे संघवाद पर हमला बताया है.
Delhi G-20 Summit 2023: जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले डिनर के लिए छपे निमंत्रण पत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा गया है. पत्र में 'भारत' के अंग्रेजी नाम 'इंडिया' का प्रयोग नहीं करने को लेकर कांग्रेस ने कहा कि ये संघवाद पर हमला है.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "G-20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में रिपब्लिक ऑफ 'इंडिया' की जगह रिपब्लिक ऑफ 'भारत' शब्द का इस्तेमाल किया गया है.'' कांग्रेस ने पूछा, "INDIA से इतना डर? यह विपक्ष के लिए मोदी सरकार की नफरत है या एक डरे और सहमे हुए तानाशाह की सनक?"
G-20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में रिपब्लिक ऑफ 'इंडिया' की जगह रिपब्लिक ऑफ 'भारत' शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
— Congress (@INCIndia) September 5, 2023
INDIA से इतना डर?
यह विपक्ष के लिए मोदी सरकार की नफरत है या एक डरे और सहमे हुए तानाशाह की सनक?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "अब भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 को पढ़ा जा सकता है- भारत, जो कि इंडिया है, राज्यों का एक संघ होगा." आप नेता राघव चड्ढा ने अपने एक्स अकाउंट पर कथित निमंत्रण पत्र का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा कि ये देश किसी एक राजनीतिक पार्टी का नहीं है."
The BJP's recent move to change the reference from 'President of India' to 'President of Bharat' on official G20 summit invitations has raised eyebrows and ignited a public debate. How can the BJP strike down 'INDIA'? The country doesn't belong to a political party; it belongs to… pic.twitter.com/riYNdQBkYa
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) September 5, 2023
राघव चड्ढा ने लिखा, "जी-20 के न्योते पर बीजेपी की ओर से प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत का जिक्र करने से बहस छिड़ गई है. बीजेपी 'INDIA' पर हमला कैसे कर सकती है? ये देश किसी एक राजनीतिक पार्टी का नहीं है. ये 135 करोड़ भारतीयों का है. हमारी राष्ट्रीय पहचान बीजेपी की निजी संपत्ति नहीं है जिसे अपनी मर्जी से बदल दिया जाए."