G20 Summit: न्यूक्लियर हथियारों के प्रयोग और धमकी पर भारत ने साफ किया रुख, वैश्विक शांति पर कही बड़ी बात
घोषणा पत्र में न्यूक्लियर हथियारों के संबंध में देशों से आग्रह किया गया है कि वे "क्षेत्रीय अधिग्रहण के लिए बल प्रयोग की धमकी से बचें" या ऐसे किसी भी कार्य से बचें जो किसी भी राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर कर सकता हो.
G20 Summit: भारत ने युद्ध में न्यूक्लियर हथियारों के इस्तेमाल की धमकी और उसके उपयोग को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया है. जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन आम सहमति से संयुक्त घोषणा पत्र जारी करने के साथ भारत ने यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है. दरअसल भारत ने दिल्ली घोषणा पत्र में साफ कहा है कि युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों के उपयोग और उसकी धमकी को स्वीकार नहीं किया जाएगा.
घोषणा पत्र में न्यूक्लियर हथियारों के संबंध में देशों से आग्रह किया गया है कि वे "क्षेत्रीय अधिग्रहण के लिए बल प्रयोग की धमकी से बचें" या ऐसे किसी भी कार्य से बचें जो किसी भी राष्ट्र की क्षेत्रीय अखंडता को कमजोर कर सकता हो.
दिल्ली घोषणापत्र में कहा गया है कि है कि परमाणु हथियारों का उपयोग या उपयोग की धमकी को 'अस्वीकार्य' माना जाएगा. बाली में यूक्रेन युद्ध को लेकर कुछ दिन पहले एक चर्चा आयोजित हुई थी. उस चर्चा का भी जिक्र घोषणापत्र में किया गया है और कहा गया कि हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनाए गए अपने राष्ट्रीय पदों और प्रस्तावों को दोहराया और इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी राज्यों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों के अनुरूप कार्य करना चाहिए.
घोषणापत्र में साफ किया गया है कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप सभी राज्यों को किसी भी राज्य की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता या राजनीतिक स्वतंत्रता के खिलाफ क्षेत्रीय अधिग्रहण की धमकी या बल के उपयोग से बचना चाहिए.