G7 Summit 2024: बाइडेन, मैक्रों, सुनक, मेलोनी के बीच किन मुद्दों पर हुई चर्चा, समझिए 5 प्वाइंट्स में

G7 Summit 2024: भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद पीएम मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर इटली गए. यहां वो जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गए थे. इस दौरान पीएम मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई विश्व नेताओं के साथ बातचीत की. हालांकि, पीएम मोदी की सबसे अहम मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ थी. 

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G7 Summit 2024: इटली के अपुलिया में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की. अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन से मिलना हमेशा सुखद होता है. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका विश्व की भलाई के लिए एक साथ काम करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन और AI सहित कई मुद्दों पर चर्चा की.

अपनी यात्रा के खत्म होने पर, मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अपुलिया में जी-7 शिखर सम्मेलन में एक बहुत ही उपयोगी दिन था. विश्व नेताओं से बातचीत की और कई विषयों पर चर्चा की. साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य ऐसे प्रभावशाली हल तैयार करना है जिससे वैश्विक समुदाय को लाभ हो और पीढ़ियों के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो. मैं इटली के लोगों और सरकार को उनके गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं.

जी 7 में पीएम मोदी ने इन मुद्दों पर की चर्चा

इटली में आयोजित जी 7 समिट में पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने उनका हाल चाल पूछा और फिर गले भी लगाए. बता दें कि, पोप फ्रांसिस सात देशों के समूह जी 7 को संबोधित करने वाले पहले पोप बन गए हैं. इस समिट में पोप ने एआई की संभावनाओं और खतरों को लेकर भी बात की. इस बीच इस समिट के पांच बड़ी बात बताने जा रहे हैं जिस पर विश्व नेताओं के साथ पीएम मोदी ने चर्चा की तो चलिए जानते हैं.

1. जियोर्जिया मेलोनी और पीएम मोदी के बीच इस मुद्दे पर हुई चर्चा

पीएम मोदी ने इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी को G7 शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करने और शानदार व्यवस्थाओं के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. पीएम मोदी ने अपने ऑफिसियली एक्स हैंडल पर बताया कि, उन्होंने, वाणिज्य, ऊर्जा, रक्षा, दूरसंचार और अन्य क्षेत्रों में भारत-इटली संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. इसके अलावा जैव ईंधन, खाद्य प्रसंस्करण और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे भविष्य के क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर भी चर्चा की जिस पर दोनों देशों ने सहमति जताई.

जियोर्जिया मेलोनी और पीएम मोदी

2. पीएम मोदी और मैक्रों के बीच इस बात पर हुई चर्चा

जी 7 समिट के दौरान पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं के बीच रक्षा, परमाणु, अंतरिक्ष शिक्षा, जलवायु, सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे मुद्दों पर चर्चा की. मोदी और मैक्रों ने होराइजन 2047 रोडमैप और भारत-प्रशांत रोड मैप पर भी चर्चा की और आपसी संबंधों पर चर्चा की.

मोदी और मैक्रों

3. ऋषि सुनक के साथ इन मुद्दों पर हुई चर्चा

जी 7 समिट में यूके के पीएम ऋषि सुनक से भी पीएम मोदी ने द्विपक्षीय मीटिंग की. पीएम ने अपने एक्स पर लिखा कि, "इटली में पीएम ऋषि सुनक से मिलकर खुशी हुई. मैंने एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत-यूके व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.उन्होंने कहा, “सेमीकंडक्टर्स, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे क्षेत्रों में संबंधों को गहरा करने की काफी गुंजाइश है. हमने रक्षा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत करने के बारे में भी बात की.

ऋषि सुनक

4. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिले PM मोदी

पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने के बाद अपने एक्स हैंडल पर कहा कि उनकी "राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बहुत उपयोगी बैठक हुई. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत यूक्रेन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए उत्सुक है. पीएम मोदी ने कहा, भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में विश्वास करता है और मानता है कि शांति का रास्ता बातचीत और कूटनीति के माध्यम से है. यूक्रेन में रूस का "सैन्य अभियान", जो 2022 में फरवरी के आसपास शुरू हुआ था, जारी है.

जेलेंस्की

5. मोदी ने जापान के पीएम किशिदा से भी किए मुलाकात

इटली में G7 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के पीएम किशिदा के साथ भी मीटिंग की. पीएम मोदी ने मीटिंग के बास एक्स पर लिखा कि,  पीएम किशिदा से मिलकर बहुत खुशी हुई. शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए भारत और जापान के बीच मजबूत संबंध महत्वपूर्ण हैं. हमारे देश रक्षा, प्रौद्योगिकी, अर्धचालक, स्वच्छ ऊर्जा और डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक साथ काम करने के लिए तैयार हैं. हम बुनियादी ढांचे और सांस्कृतिक संबंधों में भी संबंधों को आगे बढ़ाना चाहते हैं. First Updated : Saturday, 15 June 2024