बुधवार 20 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक बौद्ध शिखर सम्मेलन (Global Buddhist Summit) का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम दो दिवसीय शिखर सम्मेलन है, जिसका आयोजन संस्कृति मंत्रालय द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के सहयोग से किया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस दौरान बुद्ध प्रदर्शनी का दौरा किया।
आपको बता दें कि कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जी.किशन रेड्डी और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित रहे। पीएम मोदी ने इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि “भारत ने आज अनेक विषयों पर विश्व में नई पहल की हैं और इसमें हमारी बहुत बड़ी प्रेरणा भगवान बुद्ध हैं”।
भारत में ही बौद्ध धर्म का जन्म हुआ था। बिहार के बोधगया में बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध को बौद्ध धर्म की प्राप्ति हुई थी। आज दिल्ली में होने वाले इस कार्यक्रम में बौद्ध दर्शन और विचार की मदद से समकालीन चुनौतियों से निपटने विचार-विमर्श किया जाएगा। साथ ही भारत की प्रासंगिकता और उसके महत्व को रेखांकित करेगा।
बौद्ध शिखर सम्मेलन में कार्यक्रम दो दिवसीय आयोजन है। इसमें करीब तीस देशों और विदेशों के 171 प्रतिनिधि शामिल हुए। वहीं इस दौरान भारतीय बौद्ध संगठन के 150 प्रतिनिधि भी भाग लिया। इसके अलावा कई बड़े नेता और धर्म के अनुयायी भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि कार्यक्रम में 65 सामान्य धर्मोपासक जोकि दिल्ली के बाहर के हैं शामिल हुए। साथ ही दिल्ली-एनसीआर के 200 व्यक्ति भी भाग लिया।
इन मुद्दों पर मंथन बौद्ध शिखर सम्मेलन 2023 में उपस्थित सभी प्रतिनिधि, धर्म के अनुयायी समेत सभी लोग अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान बुद्ध धम्म के सार्वभौमिक मूल्यों पर आधारित उपायों पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा इस सम्मेलन में स्वास्थ्य और स्थिरता, नालंदा बौद्ध परंपरा का संरक्षण, जीवंत विरासत और बुद्ध अवशेष, पर्यावरणीय संकट, और बुद्ध धम्म तीर्थयात्रा, आदि विषयों पर चर्चा की होनी है।
विश्व बौद्ध शिखर सम्मेलन में विदेशों के आए कई बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षु भी शामिल हुए। इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए कार्यक्रम में कोविड नियमों का भी पालन किया गया। कार्यक्रम में आए सभी लोग मास्क पहने नजर आए। First Updated : Thursday, 20 April 2023