1 जुलाई को केन्द्रीय कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। केंद्र सरकार की ओर से एक बार फिर से महंगाई भत्ते में इजाफा होने वाला है। ऐसा अनुमान है कि जुलाई में कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो केंद्र सरकार कर्मचारियों को 1 जुलाई से महंगाई भत्ते में करीब 3 से 4 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकती है। सातवें वेतन आयोग के तहत केंद्र सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते में इजाफा करती है। पहली बढ़ोतरी जनवरी और दूसरी बार जुलाई के दौरान बढ़ोतरी की जाती है। ऐसे में महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की संभावना और भी ज्यादा हो चुकी है। हालांकि अभी महंगाई भत्ते पर बढ़ोतरी को लेकर अधिकारिक तौर पर कोई जवाब नहीं आया है।
31 फीसदी डीए के बाद से ही सरकार महंगाई भत्ते में लगातार 4 फीसदी की बढ़ोतरी कर रही है। तीन बार डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी करने के बाद अब केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता और पेंशनर्स का महंगाई राहत 42 फीसदी पर पहुंच चुका है और 4 फीसदी और बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। केंद्र सरकार अगर महंगाई भत्ता बढ़ाती है तो कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी होगी। अभी कर्मचारियों को 42 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जा रहा है। 4 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद डीए 46 फीसदी हो जाएगा।
अब ये जानना भी जरूरी है कि आखिर महंगाई भत्ता कैसे होता है कैलकुलेट। दरअसल केंद्र सरकार महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन CPI-IW इंडेक्स के आधार पर करती है। लेवर मिनिस्ट्री की एक ब्रांच लेबर ब्यूरो हर महीने CPI-IW के आंकड़े जारी करती है। इसी के आधार पर तय किया जाता है कि महंगाई भत्ते में इजाफा होगा या नहीं। साल 2023 में फरवरी के दौरान ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस यानी AICPI इंडेक्स के आंकड़े में गिरावट आई थी, जबकि मार्च के दौरान इसमें बढ़ोतरी देखी गई है। इसी वजह से कहा जा रहा है कि महंगाई भत्ता भी बढ़ सकता है। डीए कैलकुलेट करने के लिए नया फॉर्मूला भी पेश किया गया है।