दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण के बीच GRAP-3 लागू, जानिए अब क्या-क्या बंद होगा!
दिल्ली-NCR में प्रदूषण का स्तर गंभीर हो गया है और इसी वजह से GRAP-3 लागू कर दिया गया है. अब कई अहम पाबंदियां लग गई हैं जैसे नए निर्माण कार्य, तोड़फोड़ और प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर रोक. स्कूलों में ऑनलाइन क्लास शुरू हो सकती हैं और कुछ खास गाड़ियों पर भी पाबंदी रहेगी. यह सब कब तक चलेगा? जानें पूरी कहानी और समझें प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार ने और क्या कदम उठाए हैं!
GRAP 3 Imposed in Delhi: दिल्ली-NCR में प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल कर दिया है. एक्यूआई (AQI) का स्तर 'गंभीर' हो गया है और इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का लेवल 3 लागू कर दिया है. इस दौरान प्रदूषण को कम करने के लिए कई पाबंदियां लगाई गई हैं. यह पाबंदियां 15 नवंबर सुबह 8 बजे से लागू हो गई हैं और अगले आदेश तक जारी रहेंगी.
दिल्ली-NCR में प्रदूषण से बिगड़ी हालत
गुरुवार को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया कि एक्यूआई 428 तक पहुँच गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. इससे पहले, दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण इतना बढ़ गया था कि धुंध ने विजिबिलिटी को भी प्रभावित किया था. घरों से बाहर निकलने पर लोगों को खांसी और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. डॉक्टरों के पास लंबी-लंबी लाइनें लगी थीं.
GRAP-3 के तहत क्या होगा बंद?
GRAP-3 के लागू होने के बाद कई चीजों पर पाबंदी लग गई है, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके. अब दिल्ली-NCR में नए निर्माण कार्य, तोड़फोड़, ड्रिलिंग और बोरिंग जैसे काम पर रोक लगा दी गई है. साथ ही, ईंट-भट्ठे और बड़े वेल्डिंग कार्यों को भी बंद कर दिया गया है. इसके अलावा, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल गाड़ियों पर भी पाबंदी लगेगी. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कक्षा 5 तक के बच्चों की ऑनलाइन क्लास शुरू की जा सकती हैं, ताकि छात्रों को प्रदूषण से बचाया जा सके.
GRAP-3 के अन्य असर
GRAP-3 में दिल्ली-NCR में कच्ची सड़कों पर गाड़ियों का चलना और मलबे का ट्रांसपोर्टेशन भी रोक दिया जाएगा. प्रमुख सड़कों पर पानी का छिड़काव तेजी से किया जाएगा ताकि धूल और प्रदूषण कम हो सके. इसके अलावा, गैर-इलेक्ट्रिक, सीएनजी और BS-VI डीजल अंतरराज्यीय बसों पर भी रोक रहेगी.
प्रदूषण के कारण और स्थिति
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के प्रदूषण के लिए लगभग 30% जिम्मेदार दिल्ली के स्थानीय स्रोत हैं, जबकि 34% प्रदूषण आसपास के एनसीआर और अन्य क्षेत्रों से आ रहा है. प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि अगले कुछ दिनों में हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है, जिससे प्रदूषण में थोड़ी कमी आ सकती है.
GRAP-3: क्या है ये प्लान?
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) प्रदूषण को कम करने के लिए एक निर्धारित योजना है, जिसे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के स्तर के अनुसार लागू किया जाता है. जब AQI गंभीर (401-450) स्तर पर पहुँचता है, तब GRAP का लेवल-3 सक्रिय हो जाता है और इस दौरान प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई प्रकार की पाबंदियां लागू की जाती हैं.
दिल्ली में प्रदूषण से बचाव
दिल्ली की वायु गुणवत्ता का स्तर लगातार बिगड़ता जा रहा है और इससे निपटने के लिए GRAP-3 जैसे सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में हवा की गति बढ़ने से प्रदूषण में कमी आ सकती है. यह समय दिल्लीवासियों के लिए सचेत रहने और प्रदूषण से बचने का है.