गुजरात के अहमदाबाद से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहाँ पुलिस ने एक बहतु बड़ी छापेमारी मारी है। जहां चार लोगों द्वारा नकली नोट छापकर और उन्हें मार्किट में सप्लाई किया करते थे। यह चरों किराए के एक कमरे में प्रिंटिंग मशीन से 500 और 2000 के नकली नोट छापते थे। पूछताछ में मालूम हुआ की उन लोगों को यह आईडिया फिल्म 'फ़र्ज़ी' देखने के बाद आया।
आपको बता दें, की पुलिस को सूचना मिली थी की अहमदाबाद के जुहापुरा के एक इलाके कुछ लोग नकली नोट छापने का कार्य कर रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने बड़ी ही होशियारी के साथ वहां रेड मारी और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं वहां अपराध से जुड़ा काफी सामान भी बरामद हुआ जिसमें पुलिस को 500 रुपए के 84 नोट मिले जो की नकली थे। साथ ही साथ एक प्रिंटर और नकली नोट छापने का पूरी सामग्री भी शामिल थी।
पुलिस ने चारों आरोपियों से कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है, जिसमें उन्होंने पुलिस को बताया की वह चारो कम टाइम में ज़्यादा पैसा कमाना चाहते थे, जिसके लिए उन्हें एक शॉर्टकट तरिके की जरूरत थी। इस बीच उन्होंने शहीद कपूर की फिल्म 'फर्जी' देखी जिससे उन सभी को यह आईडिया आया। उन्होंने आगे बताया की वह कम मेहनत में करोड़पति बनना चाहते थे जिसके बाद वह इस फिल्म से इंस्पायर होकर नकली नोट छापने लगे। जैसे फिल्म में शहीद कपूर नकली नोट छापकर करोडपति बन जाता है।
इसके बाद सभी ने सबसे पहले इंटरनेट पर नकली नोट बनाने का तरीका सीखा जिसके बाद उन चारों ने इस काम को अंजाम देने के लिए एक कमरा किराए पर लिया। जिसके बाद वह एक प्रिंटिंग मशीन और सभी सामग्री से नकली नोट बनाने में कामियाब हो गए और बाज़ार में उन्हें सप्लाई करने लगे।
जानकारी के मुताबिक अभी चारों आरोपियों की पहचान हो गयी है, जिनके नाम आरीफ मकराणी, फैझान मोमीन, मुजम्मिल शेख और अंश असलम शेख है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्यवाही जारी है।
First Updated : Tuesday, 11 April 2023