पाकिस्तान के साथ मिलकर नूपुर शर्मा और टी राजा को जान से मारना चाहता था ये मौलवी, सूरत पुलिस ने किया गिरफ्तार

गुजरात के सूरत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल सूरत पुलिस ने हिंदू नेता उपदेश राणा को धमकी देने के आरोप में एक मौलवी को गिरफ्तार किया है.

Dimple Kumari
Edited By: Dimple Kumari

गुजरात के सूरत से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल  सूरत पुलिस ने हिंदू नेता उपदेश राणा को धमकी देने के आरोप में एक मौलवी को गिरफ्तार किया है. ये शख्स  ये एक न्यूज चैनल के मालिक बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और बीजेपी विधायक टी राजा समेत हिंदूवादी नेता उपदेश राणा को मारने की साजिश रच रहा था. इस मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई की है. इस मामले में सूरत पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी. 

आरोपी की पहचान सोहेल अबुबकर टीमोल के रूप में हुई है. जो सूरत के हर्ष का रहने वाला है. जहां एक मदरसे में आलिम के तौर पर काम करता है और मुस्लिम समुदाय के बच्चों को धार्मिक शिक्षा देता है. साथ ही वह एक फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर कार्यरत बताया जाता है. बता दें कि उसने व्हाट्सएप पर उपदेश राणा को धमकी दी थी. इस मामले में सूरत पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और अब गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. सूरत पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी के मोबाइल फोन से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली सामग्री मिली है. फिलहाल हम इसकी जांच कर रहे हैं. पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि उसके साथ कौन था और और कौन निशाने पर आने वाला था. उन्होंने कहा, उपदेश राणा, मौलवी और उनके लोगों के अलावा, हैदराबाद के विधायक टी. राजा सिंह और पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को भी निशाना बनाने की योजना थी. 

उन्होंने कहा कि मौलवी और उसके गुर्गों ने अन्य हिंदू नेताओं की भी एक सूची बनाई थी और भविष्य में उनकी बातचीत से उन्हें निशाना बनाने की योजना बना रहे थे. पुलिस ने कहा कि हम फिलहाल इस बात की जांच कर रहे हैं कि चुनाव के दौरान कहीं अव्यवस्था फैलाने की कोशिश तो नहीं की गई और पूछताछ भी जारी है. पुलिस ने कहा कि मौलवी पाकिस्तान और नेपाल में भी अपने संपर्कों के संपर्क में था और फोटो सहित सभी विवरण उनके साथ साझा करता था. इसके अलावा वह वियतनाम, कजाकिस्तान और इंडोनेशिया के कुछ नंबरों से बातचीत कर रहा था, लेकिन ज्यादातर वह पाकिस्तान और नेपाल के नंबरों के संपर्क में था. पुलिस ने बताया कि वह करीब डेढ़ साल से इन सभी के संपर्क में था. 

कमिश्नर ने कहा कि आरोपी सांप्रदायिक कट्टरता रखता है. इसका मकसद यह था कि पैगंबर का मजाक उड़ाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. जो उनकी अन्य लोगों से बातचीत से सामने आया है. कार्यप्रणाली के बारे में उन्होंने आगे कहा, ये लोग टारगेट को अलग-अलग कोडनेम देते थे और चैटिंग के लिए गेमिंग एप्लिकेशन का भी इस्तेमाल करते थे. सीपी ने कहा कि बातचीत से यह स्पष्ट है कि वे पूरी तरह से तैयार थे ताकि किसी भी समय अपराध को अंजाम दिया जा सके. उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है. 

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05 May 2024, 05:41 PM IST

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