Happy Birthday: जानिए कौन है मेट्रो मैन ऑफ इंडिया ई श्रीधरन, जिन्होंने दिल्ली मेट्रो को बुलंदियों तक पहुंचाया
Happy Birthday Metro Man Of India: ई श्रीधरन का नाम देश में विकास के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। ई श्रीधरन को उनके कार्यों के लिए देश के सर्वोत्तम सम्मान पद्मश्री और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर उनके जीवन की कुछ दिलचस्प कहानी बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते है।
Happy Birthday Metro Man of India E Sreedharan: ई श्रीधरन जी को 'मेट्रो मैन ऑफ इंडिया' कहा जाता है आज मेट्रो मैन ई श्रीधरन का जन्मदिन है। ई श्रीधरन ने यातायात के विकास को नई परिभाषा दी है। दिल्ली मेट्रो के विकास में ई श्रीधरन के योगदान को कौन नहीं जानता है। दिल्ली मेट्रो के विकास और कोलकाता मेट्रो की नई संरचना देने वाले ई श्रीधरन का जन्म आज ही के दिन यानी की 12 जून 1932 को केरल के पलक्कड़ जिला में हुआ था।
ई श्रीधरन ने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल में की उसके बाद सीनियर सेकेंडरी पालाघाट और बाद में सिविल इंजीनियरी की। आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से की। पढ़ाई पूरी होने के बाद ई श्रीधरन कुछ समय के लिए शिक्षक की नौकरी किए हालांकि उनकी मंजिल कहीं और ही थी। उन्होंने देश की सबसे कठिन परीक्षा UPSC क्वालीफाई कर भारतीय रेल में अपनी सेवाएं शुरू की। साइक्लोन से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके पंबन पुल को दोबारा जोड़ने का काम ई श्रीधरन जी ने समय रहते पूरा कर लिया था जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाता है।
कैसे बने ई श्रीधरन से मेट्रो मैन ऑफ इंडिया-
ई श्रीधरन की मेट्रो मैन बनने का सफर कोलकाता मेट्रो से शुरू हुआ। साल 1970 में ई श्रीधरन जी ने कोलकाता मेट्रो ज्वाइन किया जिसके बाद उन्होंने इसकी संरचना की पूरी रूपरेखा तैयार करने की पूरी जिम्मेदारी ली। दिल्ली मेट्रो को भी बुलंदियों तक पहुंचाने वाले ई श्रीधरन ही हैं। दिल्ली मेट्रो को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने 1995 से लेकर 2012 तक प्रबंध निदेशक के रूप में जुड़े रहे। ई श्रीधरन को कोंकण रेलवे में भी उत्कृष्ट योगदान के लिए भी जाना जाता है।
उत्कृष्ट योगदान के लिए मिले कई अवॉर्ड-
साल 2001 में ई श्रीधरन जी को पद्म श्री और 2008 में पद्म विभूषण अवॉर्ड से नवाजा गया। इतना ही नहीं बल्कि उनके विकास के योगदान को देखते हुए फ्रांस सरकार ने साल 2005 में Chevalier De La Legion D’ Honour अवॉर्ड से भी सम्मानित किया था। आपको बता दें कि फ्रांस सरकार द्वारा दिए गया यह अवॉर्ड सिविल सेवा के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वश्रेष्ठ योगदान है।