कौन है हरियाणा की छोरी मनु भाकर, जिसे मां बुलाती है 'झांसी की रानी'
Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार आगाज हो चुका है, ऐसे में हरियाणा की बात की जाएं तो वहां की लड़कियां कुशती , एयर पिस्टल से लेकर हर खेल में देश का नाम रोशन करती आईं हैं. इसी बीच हरियाणा की रहने वाली मनु भाकर ने न सिर्फ 10 मीटर एयर पिस्टल की ओलंपिक टीम में जगह बनाई बल्कि शनिवार को क्वालीफाइंग दौर में 580 का विश्व स्तरीय स्कोर कर तीसरे स्थान पर रहते हुए इस इवेंट के फाइनल में भी जगह बना ली.
Paris Olympics 2024: हरियाणा की मनु भाकर (Shooter Manu Bhaker) 10 मीटर एयर पिस्टल विमेंस इवेंट के फाइनल (10m Air Pistol Women's Final) में शानदार परफॉर्मेंस करने में सफल रही और भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है. मनु भाकर ने भारत को पहला मेडल जीताकर इतिहास रच दिया है.
मनु 20 साल पहले आखिरी बार एथेंस ओलंपिक 2004 में सुमा शिरूर 10 मीटर एयर पिस्टल वूमेन्स इवेंट के फाइनल में पहुंची थी. अब उनके बाद मनु भाकर ने ये कारनामा करके दिखाया है. मनु के इस शानदार प्रदर्शन के बाद से हर कोई ये जानना चाह रहा है कि कौन है मनु भाकर जिन्होंने भारत को पहला मेडल जीताया है.
सर्वाधिक अंदरूनी 10 पर लगाए निशाने
शनिवार को मनु ने शानदार निशानेबाजी की. उन्होंने 6 सीरीज में 97, 97, 98, 96 ,96 ,96 का स्कोर किया. पूरे क्वालिफाइंग में उनका सिर्फ एक बार 8 पर निशाना गया. मनु किस जबरदस्त अंदाज में खेलीं इसका पता इस बात से लगता है कि उन्होंने 44 निशानेबाजों के बीच सर्वाधिक 27 अंदरूनी 10 पर निशाने लगाए. इन निशानेबाजों में चीन की ओलंपिक चैंपियन, विश्व कीर्तिमान धारी जियांग रैनसिन भी शामिल थीं. भारतीय टीम के कोच दीपक दुबे कहते हैं कि मनु के 27 इनर 10 पर निशाना लगाने का मतलब यह है कि उनके फाइनल में और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.
शूटिंग के अलावा दूसरे खेलों में भी रुचि
साल की मनु भाकर हरियाणा के झज्जर के गांव गोरिया की रहने वाली हैं. पिता राम किशन भाकर मर्चेंट नेवी में वर्किंग हैं. शूटिंग से पहले मनु खुद को कराटे, थांग टा, टांता, स्केटिंग, स्विमिंग और टेनिस में आजमा चुकी हैं. कराटे, थांग टा और टांता में मनु नेशनल मेडलिस्ट है. टांता में 3 बार की नेशनल चैंपियन भी रही है. स्केटिंग में स्टेट मेडल जीता. स्कूल में स्विमिंग और टेनिस खेला.
ऐसे बनीं मनु शूटर
मनु के शूटिंग करियर की शुरुआत के बारे में बात करे तो एक दिन मनु अपने पापा के साथ शूटिंग रेज में घूम रही थी. अचानक मनु शूटिंग करने लगी. उसने बिल्कुल बीच में 10 नंबर टारगेट पर निशाना साधा. ये देखकर पिता ने मनु को शूटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया. मनु को नेशनल कोच यशपाल राणा ने शूटिंग के गुर सिखाए, जिसके परिणामस्वरूप आज ओलिंपियन मनु भाकर दुनिया के सामने अपना टैलेंट दिखा रही है.
16 साल की उम्र में जीता गोल्ड
पिछले 7 साल से मनु शूटिंग कर रही हैं. वो ओलंपिक 2020 का हिस्सा भी रह चुकीं हैं. सिर्फ 16 साल की उम्र में साल 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेकर 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु ने गोल्ड मेडल जीता था. 2018 ISSF वर्ल्ड कप में मनु ने 2 स्वर्ण पदक जीते थे. ऐसा करने वाली वो सबसे कम उम्र की भारतीय महिला खिलाड़ी हैं.