Major Ashish Dhonchak: शहीद मेजर आशीष धौंचक का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके पानीपत आवास पर लाया गया है. इसके बाद शुक्रवार को उनके पैतृक गांव बिंझौल में मेजर आशीष राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट रही है. हर किसी की आंखे नम है. दूर-दराज के गांवों से लोग शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे रहे हैं. सेना के अधिकारी शहीद आशीष के पार्थिव शरीर को लेकर पहुंचे है.
दरअसल, 13 सिंतबर की रात कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में मेजर आशीष शहीद हो गए थे. जैसे ही शहीद का शव उनके आवास पर पहुंचा तो भारत माता की जय.. और शहीद आशीष अमर रहे के नारों से पानीपत गूंज उठा..शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए जनसैलाब उमड़ गया. शहीद के पिता लालचंद, मां कमला, पत्नी ज्योति और तीनों बहनों अंजू, सुमन और ममता का रो रोकर बुरा हाल हो रहा है.
परिजनों के चेहरे पर जहां बेटे को खोने का गम है, वहीं देश के लिए शहीद होने पर आंखों में गर्व का एहसाह भी दिख रहा है. शहीद मेजर आशीष के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थान हरियाणा के पानीपत स्थित बिंझौल ले जाया जा रहा है. कुछ देर बाद शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बिंझौल पहुंच जाएगा. इस बीच शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ गया है.
मेजर आशीष धौंचक का पार्थिव शरीर शुक्रवार दोपहर के उनके पैतृक गांव बिंझौल पहुंचाया. शहीद की अंतिम यात्रा के दौरान लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली. शहीद मेजर आशीष धौंचल को बिंझौल में राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. First Updated : Friday, 15 September 2023