Nuh Brajmandal Yatra: हरियाणा के नूंह जिले में पिछले महीने 31 जुलाई को अधूरी रह गई ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा आज पूरी की जाएगी. यात्रा को लेकर सरकार और प्रशासन अलर्ट मोड में है. नूंह जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और नूंह में भारी पुलिस बलों की तैनाती की गई है. प्रशासन की सख्ती के बीच विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) का बयान सामने आया है. वीएचपी ने कहा कि यात्रा प्रतीकात्मक तौर पर पूरी की जाएगी.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, "आज श्रावण मास का आखिरी सोमवार है. विश्व हिंदू परिषद आज जगह-जगह जलाभिषेक कर रहा है. हमारे नेता आलोक कुमार नल्हड़ मंदिर पहुंचने वाले हैं और वो वहां जलाभिषेक करेंगे. उनके साथ सर्व हिंदू समाज के बड़े-बड़े प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे. मेवात पंचायत के लोग उनका सहयोग करेंगे. हमने सरकार की समस्याएं और जी20 के आयोजन को ध्यान में रखते हुए इस बार तय किया है कि अधूरी यात्रा को प्रतीकात्मक तौर पर पूरा करेंगे."
हालांकि, विनोद बंसल ने ये भी कहा कि अब हिंदू समाज अब चुप नहीं बैठने वाला है. बता दें इससे पहले 31 जुलाई को नल्हड़ के शिव मंदिर जा रही विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा की आग नूंह और आसपास के इलाकों तक जा पहुंची थी. हिंसक घटनाओं में छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे.
बता दें कि प्रशासन ने नूंह में जलाभिषेक यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी है. बावजूद हिंदू संगठन यात्रा को लेकर अड़े हुए है. नूंह और पलवल में सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लागू की गई है. इसके साथ ही जिले में 29 अगस्त तक के लिए इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी लगाई हुई है. प्रशासन ने स्कूल-कॉलेजों में आज छुट्टी घोषित की है. वहीं बैंकों और एटीएम को बंद रखने का आदेश दिया है. नूंह में पुलिस की 10 और अर्धसैनिक बलों की कम से कम 20 कंपनियां तैनात की गई है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से स्थानीय मंदिरों में जलाभिषेक करने की अपील की है. रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा, 'महीने की शुरुआत में वहां (नूंह) जिस तरह की घटना हुई, उसे देखते हुए यह सुनिश्चित करना सरकार का कर्तव्य है कि इलाके में कानून-व्यवस्था बनी रहे. हमारी पुलिस और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि लोग यात्रा (ब्रजमंडल यात्रा) निकालने के बजाय पास के मंदिरों में जाएं और पूजा करें. यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है लेकिन लोग जा सकते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना कर सकते हैं क्योंकि यह सावन का महीना है.' First Updated : Monday, 28 August 2023