हौंसला हो तो सपनें होते हैं पूरे, महिला IAS बनकर कायम की मिसाल

पिछले दो सालों में, हरियाणा के कुरूक्षेत्र की प्रगति रानी ने तीन प्रतिष्ठित परीक्षाएं दी हैं जिसमें वे दो बार यूपीएससी और हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा जहां वह दूसरे स्थान पर रहीं

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Edited By: JBT Desk

Haryana News: साल 2021 में हरियाणा के कुरूक्षेत्र की प्रगति ने कुछ ऐसा कर दिखाया जो सभी महिला को प्रेरणा देता है. आपको बता दें, प्ररेणा  रानी ने तीन प्रतिष्ठित परीक्षाएं दी हैं जिसमें वे दो बार यूपीएससी और हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा जहां वह दूसरे स्थान पर रहीं हैं. आपको बता दें, साल 2021 में हरियाणा के कुरूक्षेत्र की प्रगति रानी ने संघ लोक सेवा आयोग की  परीक्षा दी थी. जिसमें कुछ नंबर कम आने के परिक्षा में पास नहीं कर पाई.

लेकिन इस कोशिश ने प्रगति एक चिंगारी दी. इस महीने, तीन साल के बच्चे की मां, 31 साल कि रानी ने अपने पिछले स्कोर को बेहतर करते हुए यूपीएससी परीक्षा में 355वीं रैंक हासिल की, और आईएएस अधिकारी बनने के लिए तैयार हैं. 

पति ने किया पूरा स्पोर्ट

हरियाणा की प्रगति बतातीं हैं कि इस परीक्षा को देने के लिए उनके पति ने उनका पूरा साथ दिया. प्रगति के पति पेशे से रेडियोलॉजिस्ट हैं. प्रगति ने  सिविल सेवाओं की तैयारी तब शुरू की जब उनका बेटा राजवर्धन वर्मा सिर्फ छह महीने का था.  लेकिन ये आसान नहीं थी, उसने कहा, खासकर जब अतुल अपनी एमडी की पढ़ाई के लिए बाहर गया था.

द इंडियन एक्सप्रेस में उन्होंने बताया कि उन्होंने घर से सिवील सेवाओं की परीक्षा के लिए तैयारी की थी. ङर पर पढ़ाई करने का ज्यादा समय नहीं मिलता था, मैं अपने बच्चे की पेक्षा नहीं करना चाहती थी...कभी-कभी वो अपनी दादी के पास चला जाता था. उस समय मैं कुछ प्रश्न हल करती थी या कुछ विषयों को कवर करती थी. 

रात में की पढ़ाई

प्रगति बतातीं हैं कि जब रात में उनका 6 महीने का बच्चा  जब 9.30 बजे सो जाता था. तब वो रोजाना तीन से चार घंटे पढ़ती थीं.  केंद्रित अध्ययन के लिहाज से वो मेरा सबसे पढ़ने का सबसे अच्छा समय था. मैं हर दिन कवर किए जाने वाले अध्यायों या विषयों की योजना बनाती थी. मैंने सभी बधाओं को पार करते हुए तीन प्रतिष्ठित परीक्षाएं दी जो दो बार यूपीएससी, और हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा जहां वो दूसरे स्थान पर रहीं

तैयारी काफी कठीन 

2023 में रानी नवंबर में प्रशिक्षण के बाद, अंबाला मंडल आयुक्त के यहां विशेष कर्तव्य अधिकारी के रूप में शामिल हुईं  लेकिन उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में अपने स्कोर को बेहतर बनाने के लिए काम करना जारी रखा. उन्होंने कहा इस बार तैयारी काफी कठीन थी. क्योंकि मेरा बेटा बड़ा था. मुझे पता था कि उसकी माँ दूसरे कमरे में पढ़ रही थी. वो मुझसे कहने के लिए मेरे पास आता था, 'मम्मा, मेरे साथ खेलों' 

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21 April 2024, 08:49 AM IST

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