Hathras Stampede: कानून के हाथ से बाहर 'भोले बाबा', DSP ने बताया क्या कर रही है पुलिस?
Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए भयंकर हादसे के बाद राजपाल उर्फ भोले बाबा अब भी स्यंभू बना हुआ है. कानून के हाथ अभी उस तक नहीं पहुंच पाए हैं. राजपाल उर्फ संत भोले बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात है. मैनपुरी DSP सुनील कुमार ने बताया कि आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं. बाबा अंदर नहीं हैं. वो कल भी यहां नहीं मिले थे.
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Hathras Stampede: हाथरस के फुलराई में मंगलवार को मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद से बाबा अभी भी स्यंभू बना हुआ है. मामले में आयोजक समेत कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. हालांकि, इसमें बाबा का नाम नहीं है. बुधवार बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है. मौके पर पहुंचे मैनपुरी DSP सुनील कुमार ने बताया कि बाबा अंदर नहीं हैं. वो कल भी यहां नहीं मिले थे. हालांकि, आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं.
बता दें हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव फुलरई में आयोजित सत्संग में भगदड़ मच गई थी. इसमें अब 121 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. सूरजपाल उर्फ संत भोले बाबा को लेकर कई खुलासे भी हो रहे हैं. फिलहाल पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
पुलिस क्या कर रही है ?
मैनपुरी में भोले बाबा के आश्रम के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया है. DSP सुनील कुमार ने बताया कि वो बाबा की तलाश कर रहे हैं. आश्रम के अंदर 40-50 सेवादार हैं. बाबा अंदर नहीं हैं. वो कल भी यहां नहीं मिले थे. इसके साथ ही सिटी एसपी राहुल मिठास भी मुआयना करने पहुंचे और उन्होंने बताया कि हम बाबा की तलाश कर रहे हैं.
FIR से बाबा का नाम गायब
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता-2023 की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत मामला दर्ज किया है. इसमें मुख्य सेवादार समेत अन्य लोगों पर नाम दर्ज आरोप लगाए गए हैं. हालांकि, इसमें बाबा का कहीं नाम नहीं है. FIR में तथ्य छुपाने, परमिशन से ज्यादा लोगों को शामिल करने का आरोप है. बताया जा रहा है आश्रम की ओर से बताया गया था कि 80 हजार लोग आएंगे लेकिन, इसके विपरीत 2 लाख से ऊपर लोग पहुंचे थे.
FIR में बताया गया है कि सेवादार और आयोजन समिति के अन्य लोगों ने लाठी-डंडों से लैस होकर अनुयायियों को रोका था. इससे परेशानी और बढ़ गई. इस कारण उन पर असहयोग करने, अनुयायियों को जाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने और चप्पलें, अन्य सामान इधर-उधर फेंककर सबूत नष्ट करने का प्रयास करने का आरोप लगाया गया है.
इस दावे पर गिरफ्तार हुआ था बाबा
पहले भी बाबा सुर्खियों में रहा है. साल 2000 में उसे जादुई शक्तियों के दावा करने के लिए गिरफ्तार किया गया था. उन दिनों आगरा के शाहगंज में SHO रहे तेजवीर सिंह ने बताया कि 2000 में धर्मगुरु की गिरफ्तारी हुई थी. तब सूरजपाल 200-250 लोगों के साथ श्मशान घाट पर पहुंचे और 16 साल की लड़की को वापस जिंदा करने का दावा कर रहे थे. सूरजपाल और उसके लोगों ने परिवार को अंतिम संस्कार करने से रोक दिया था.
सूरजपाल उर्फ संत भोले बाबा के परिवार के लोगों ने भी उसपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. इससे जाहिर होता है की वो बड़ा कांडी था. एक समाचार चैनल से बात करते छोटे भाई की पत्नी ने कहा कि उनको परिवार से कोई लेना देना नहीं था. वो तो सगे भाई की मौत पर भी नहीं आए. एक बार घर आए थे तो बच्चों से मारपीट की थी. मामला थाने में भी पहुंचा था. हालांकि, बाद में कुछ हुआ नहीं