karnataka News: लोकसभा चुनाव को लेकर जारी हलचल के बीच जनता दल (सेक्युलर) नेता एचडी रेवन्ना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इस बीच उन्हें 14 मई तक नयायिक भेज दिया है. 4 मई को कर्नाटक के केआर नगर पुलिस स्टेशन में एचडी रेवन्ना के खिलाफ दर्ज अपहरण के एक मामले में एसआईटी अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार किया था. एचडी रेवन्ना 8 मई तक (एसआईटी की हिरासत में थे.
बता दें, कि होलेनरसीपुरा विधायक और उनके सहयोगी पर आईपीसी की धारा 364ए (फिरौती के लिए अपहरण), 365 (नुकसान पहुंचाने के इरादे से अपहरण) और 34 (सामान्य इरादे से अपराध) के तहत केस दर्ज किया गया था.
इस दौरान एचडी रेवन्ना को स्पेशल कोर्ट से भी राहत नहीं मिल पाई है. उनकी याचिका पर आज (8 मई) को सुनावाई हुई. इससे पहले कोर्ट ने 4 मई को उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. एचडी रेवन्ना और उनके करीबी सतीश बबन्ना के खिलाफ 29 अप्रैल को एक महिला का अपहरण करने के आरोप में गुरुवार (2 मई) की रात को मामला दर्ज किया गया था.
एचडी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ राज्य की एसआईटी की ओर से ब्लू नोटिस जारी किया था, जिसका इंटरपोल ने सोमवार (6 मई) को जवाब दिया. इंटरपोल की ओर से कहा गया कि सभी 196 देशों को सतर्क कर दिया गया है कि अगर प्रज्वल रेवन्ना को उनके अधिकार क्षेत्र में किसी भी बंदरगाह पर देखा जाता है तो उसकी पहचान कर तुरंत सूचित करें.
वहीं इस मामले को लेकर जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पर चुनाव से पहले यूएसबी ड्राइव बांटने का आरोप लगाया. उन्होंने एसआईटी पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए जांच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं
बता दें कि एचडी रेवन्ना को शनिवार को मेडिकल जांच के लिए बॉरिंग अस्पताल लाया गया था. वहां उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गिरफ्तारी एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा, 'मेरे 40 साल के राजनीतिक करियर में मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं लगा है.'' First Updated : Wednesday, 08 May 2024