Ballia Update: बलिया में हीट वेव का क़हर जारी, बिगड़ रहे हैं हालात, जारी की गई एडवाइज़री
उत्तर प्रदेश के बलिया में अचानक हो रही मौतों के मामले सामने आए हैं. इन मौतों का कारण लूं का लगना माना जा रहा है. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि इन मौतों की असल वजह क्या है.
हाइलाइट
- बलिया में हो रही मौतों क सिलसिला जारी है.
Ballia Update: उत्तर प्रदेश के बलिया में अचानक हो रही मौतों के मामले सामने आए हैं. इन मौतों का कारण लूं का लगना माना जा रहा है. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि इन मौतों की असल वजह क्या है. फ़िलहाल अधिकारियों का कहना है कि लूं लगने से सिर्फ़ दो ही मौत हुई हैं. बाकि असल वजह क्या है इसका पता रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा. डॉक्टर्स का कहना है कि इलाज के लिए जितने भी मरीज़ आ रहे हैं उनमे अधिकतर मरीजों को सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत और इसके बाद बुखार आने की शिकायत सामने आ रही है.
क्या बोले डॉक्टर्स?
बलिया के स्वास्थ्य निदेशक डॉ के एन तिवारी ने कहा कि हमने कल ज़िला अस्पताल की स्थिति का निरीक्षण किया है. गर्मी की वजह से मरीज़ों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है. एक गांव में सिर्फ एक ही व्यक्ति की मौत की ख़बर है जो की टीबी का मरीज़ था. हमने मरीजों के सेम्पल लिए हैं जिनकी जांच की जा रही है. मौत होने के पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
जारी की गई एडवाइज़री
लू के कारण बलिया में हुई मौतों के बाद यूपी में अधिकारी सतर्क हो गए हैं. बुजुर्गों और विभिन्न प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम का सामना करने वाले लोगों के लिए एडवाइज़री जारी की गई है. उन्हें दिन में घर के अन्दर ही रहने को कहा गया है.
क्या मौत की वजह लूं है?
मौत के ज़्यादातर मामले बांसडीह और गड़वार क्षेत्र के हैं. इसी लिए उस इलाक़े के पानी की जांच के लिए सेम्पल भेजे गए थे. अधिकारियों का ये कहना है कि हो सकता है यहाँ के पानी में कोई दिक्कत हो, इस लिए उसकी जांच करवाने के लिए सेम्पल भेज दिए गए हैं. अब रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि अगर लूं लगने से मौत होती तो दूसरे ज़िलों में भी ऐसे मामले सामने आते. क्योंकि दूसरे ज़िलों में भी समान ही तापमान था. अस्पताल में आने वाले मरीज़ों में एक ही तरह के लक्षण सामने आ रहे हैं. इसमें शुरुआत में सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और फिर बुखार होता है.